मध्यप्रदेश के पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा का कोरोना से निधन, चिरायु अस्पताल में ली अंतिम सांस

भोपाल। MADHYA PRADESH के पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा का सोमवार की रात निधन हो गया है. वे कुछ दिन पहले कोरोना संक्रमित हो जान के बाद राजधानी भोपाल के चिरायु अस्पताल में भर्ती थे. जहां उन्होंने इलाज के दौरान अंतिम सांस ली. शर्मा के लंग्स में इंफेक्शन अधिक होने के कारण उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई थी.

आपको बता दें कि पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा का इलाज भोपाल के चिरायु हॉस्पिटल में चल रहा था. जहां बीते दिनों उनकी हालत स्थिर बताई जा रही थी. पूर्व मंत्री शर्मा के छोटे भाई एवं सिरोंज विधायक उमाकांत शर्मा ने बताया था कि पूर्व मंत्री 11 मई को कोरोना संक्रमित पाए गए थे. इसके बाद वे 12 मई को भोपाल के चिरायु अस्पताल में भर्ती हुए, जहां पिछले 20 दिनों से उनका उपचार चल रहा है. उन्होंने बताया था कि वे अभी ऑक्सीजन पर थे, डॉक्टरों ने उनकी हालत स्थिर होना बताया था, लेकिन सोमवार को अचानक हालात बिगड़ने लगी. LUNGS में INFECTION के कारण तबीयत ज्यादा बिगड़ गई. जिसके बाद उन्होंने अस्पताल में अंतिम सांस ली.

गौरतलब है कि 60 साल के लक्ष्मीकांत शर्मा वर्ष 1993 में 10वीं विधानसभा के लिए हुए चुनाव में पहली बार विधायक चुने गए थे. इसी कार्यकाल में उन्हें उत्कृष्ट विधायक के लिए पुरस्कृत किया गया था. इसके बाद वे वर्ष 1998, 2003 और 2008 में सिरोंज विधानसभा क्षेत्र से लगातार विधायक बनते रहे. लगातार चार बार विजय हासिल करने वाले लक्ष्मीकांत शर्मा उमा भारती के कार्यकाल में राज्यमंत्री बनाए गए. इस दौरान वे खनिज और जनसंपर्क विभाग के मंत्री रहे. बाबूलाल गौर की सरकार में उन्हें खनिज और संस्कृति मंत्री बनाया गया. जबकि शिवराजसिंह चौहान की सरकार में वे उच्च शिक्षा मंत्री बनाए गए थे. वर्ष 2018 के चुनाव में भाजपा ने उन्हें टिकिट ना देकर उनके छोटे भाई उमाकांत शर्मा को टिकिट दिया था. जो जिले में सबसे अधिक मतों से विजयी हुए.

About Author

You may have missed