वैक्सीन का ख़ौफ़? कोरोना की वैक्सीन लगाने गए स्वास्थ्य विभाग के दल को देखकर ग्रामीणों ने नदी में लगा दी छलांग

बाराबंकी। ग्रामीण अंचल के लोगों में कोविड वैक्सीनेशन को लेकर किस कदर का डर बैठा हुआ है इसका ताजा उदाहरण सामने आया है. यहां जिले के रामनगर स्थित सिसौड़ा गांव में कोरोना की वैक्सीन लगाने पहुंची स्वास्थ्य विभाग के दल को देखकर ग्रामीणों ने सरयू नदी में छलांग लगा दी. दल में मौजूद अधिकारियों के काफी समझाइश देने के बाद महज 18 ग्रामीणों का ही टीकाकरण हो पाया.

रामनगर के उपजिलाधिकारी राजीव कुमार शुक्ला बताते है कि तराई इलाके में बसे सिसौडा गांव में शनिवार को स्वास्थ्य विभाग का दल कोरोना की वैक्सीन लगाने के लिए गया था. जैसे ही स्वास्थ विभाग का दल गाँव में पहुँचा तो उन्हें देखकर बड़ी संख्या में ग्रामीण सरयू नदी की तरह भागे और वैक्सीन ना लगवाना पड़े इसलिए नदी में कूद गए.

शुक्ला ने बताया कि जब ग्रामीण नदी में कूद गए तो स्वास्थ्य विभाग के दल ने मुझे इस बात की सूचना दी तभी मैने मौके पर पहुंचकर नदी में कूद चुके ग्रामीणों को टीकाकरण का महत्व समझाया और कोरोना के टीके को लेकर व्याप्त भ्रांतियों को दूर करने का भरपूर प्रयास किया तब जाकर कही सिर्फ 18 ग्रामीणों ने टीका लगवाया.

ग्रामीणों के मुताबिक, गांव के लोगों को ऐसा लगता है कि कोरोना का जो टीका लगाया जा रहा है उस टीके में जहर भरा है. इस टीके को लगवाने से लोग मर जाते हैं. वैक्सीनेशन के इसी डर से वे लोग टीका लगाने आए स्वास्थ्य विभाग के दल को देखकर सरयू नदी में कूद गए थे.

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