फसल पर जेसीबी चलते देख किसान दंपति ने खाया जहर, पुलिस ने की मानवता की सारी हदें पार.

किसान ने अफसरों को सुनाई थी पीड़ा- मैं कब्जेदार नहीं हूं, बंटाई से जमीन ली है, दो लाख का कर्ज है,

गुना.

मेहनत से खड़ी की फसल पर अपनी आंखों के सामने जेसीबी चलता देख दलित दंपति ने जहर खाकर खुदकुशी करने की कोशिश की वही दोनों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मामला गुना जिले के कैंट थाने के जगनपुर चक का है। माता-पिता के जहर खाकर गिरने के बाद मासूम बच्चे बिलख-बिलख कर रो पड़े जिसे देखकर सभी के रोंगटे खड़े हो गए। जिस जमीन से अतिक्रमण हटाया जाना था वो मॉडल कॉलेज के लिए चयनित है। इस जमीन पर एक दलित परिवार किसानी करता है। प्रशासन से परिवार ने हाथ जोड़कर गुहार लगाई कि फसल कट जाने तक कार्रवाई न करें लेकिन जब प्रशासनिक टीम नहीं मानी तो दलित पति-पत्नी ने घर की झोपड़ी में ही रखी कीटनाशक पी लिया।

नहीं सुनी गुहार तो पी लिया जहर.
सरकारी अतिक्रमण की हुई जमीन को दलित परिवार राजू और उसकी पत्नी सावित्री ने बटाई पर लिया है और खेत में झोपड़ी बनाकर अपने छोटे-छोटे 6 बच्चों के साथ रहते हैं। प्रशासन की टीम जैसे ही कार्रवाई करने के लिए पहुंची तो पहले तो राजू और पत्नी सावित्री ने अधिकारियों के हाथ-पैर जोड़े लेकिन जब अधिकारी नहीं माने और खड़ी फसल पर जेसीबी चलवाने लगे तो दोनों भागकर झोपड़ी में पहुंचे और वहां रखी कीटनाशक पी ली। कीटनाशक पीने के कारण पत्नी सावित्री मौके पर ही बेसुध होकर गिर गई। मां की हालत देख मासूम बच्चे बिलख उठे और उसकी छाती से लिपट गए। मासूम बच्चों की चीख पुकार से हर किसी की रूह कांप गई। कुछ ही देर बाद पति राजू ने भी कीटनाशक पी लिया।

भीम आर्मी के पूर्व प्रदेश प्रभारी सुनिल अस्तेय ने ट्वीट करते हुए लिखा कि मिशन दलितो को मारो..सिंधिया और शिवराज..! सरकार का क्रुर चेहरा- गुना जगनपुर चक में दलित किसान परिवार ने खेत पर ही जहर पी लिया, पुलिस बोले नाटक कर रहे! जबकि किसान खेत पर कीटनाशक पीकर बेहोश पड़े रहे। गरीब विरोधी सरकार को कॉलेज बनाने की जगज दलितो की जमीन दिख रही है। विपक्ष भी चुप?

दलित परिवार की दर्दभरी दास्तां.
दलित राजू ने अतिक्रमण हटाने पहुंचे अधिकारियों से गुहार लगाते हुए ये तक कहा कि साहब मैं गरीब आदमी हूं, मुझ पर तीन लाख रुपए का कर्जा है, 6 छोटे-छोटे बच्चे हैं, कर्ज को पटाने के लिए मैं बटाई पर जमीन लेकर खेती कर रहा हूं। मुझे खेती कर लेने दीजिए, नहीं तो मेरे परिवार को जहर दे दीजिए।

गुना में दलित किसान की पुलिस द्वारा पिटाई का वीडियो वायरल होने पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने शिवराज सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि, ‘ये शिवराज सरकार प्रदेश को कहां ले जा रही है? ये कैसा जंगल राज है? गुना में कैंट थाना क्षेत्र में एक दलित किसान दंपत्ति पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों द्वारा इस तरह बर्बरता पूर्ण लाठीचार्ज। यदि पीड़ित युवक का ज़मीन संबंधी कोई शासकीय 8सविवाद है तो भी उसे क़ानूनन हल किया जा सकता है, लेकिन इस तरह क़ानून हाथ में लेकर उसकी, उसकी पत्नी की, परिजनों की और मासूम बच्चों तक की इतनी बेरहमी से पिटाई, यह कहां का न्याय है? क्या यह सब इसलिए कि वो एक दलित परिवार से है, ग़रीब किसान हैं”?

जमीन पर बनना है मॉडल कॉलेज
दरअसल जिस जमीन को लेकर ये सारा हंगामा हुआ वो जमीन मॉडल कॉलेज के लिए चयनित है। जिस पर जल्द काम शुरू होना है। मॉडल कॉलेज का निर्माण करने वाली एजेन्सी का कहना था कि प्रशासन उनको जमीन खाली करके दे। इसी आशय से एसडीएम शिवानी रायकवार के निर्देश पर नायब तहसीलदार निर्मल राठौर के नेतृत्व में पटवारियों, आरआई अमले के साथ जमीन को खाली कराने पहुंचे थे ।

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