सांसद सोलंकी ने तत्कालीन कांग्रेस सरकार पर लगाया पूर्व विधायक मनोहर ऊंटवाल की सुनियोजित हत्या का आरोप
आगर-मालवा। भाजपा सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी ने खुले मंच से तात्कालीन कांग्रेस सरकार पर स्वर्गीय भाजपा विधायक मनोहर ऊंटवाल की सुनियोजित हत्या करने का आरोप लगाया है.
सांसद सोलंकी ने कहा कि गांव, गरीब, मजदूर, किसान और दलितों, शोषित,.पीड़ितों की लड़ाई लड़ते हुए हमारे भाई मनोहर जी ऊंटवाल शहीद हो गए. वो बीमारी से नहीं गए, सुनियोजित तरीके से कांग्रेस की सरकार ने उनको मारा है.
पत्रकारों ने जब सांसद सोलंकी से उनके द्वारा लगाएं आरोपो पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से कांग्रेस सरकार भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को चिन्हित करके द्वेषतापूर्ण कार्रवाई कर रही थी और उसका विरोध जिस ताकत के साथ मनोहर ऊंटवाल जी ने किया था ओर उन्हें दबाने के लिए मनोहर ऊंटवाल जी का कांग्रेस की सरकार में कांग्रेस के लोगों ने अपमानित किया और वह परेशान थे, बीमार थे. इसके बावजूद जनता के लिए लड़ते रहे. उनकी बीमारी का ध्यान ना रखते हुए उनके सम्मान की परवाह न करते हुए जिस प्रकार से पुलिस ने पकड़ कर उस दिन थाने पर बैठाया था, उन्हें बहुत आघात हुआ था उसी के कारण उनकी मृत्यु हुई है.
बता दें विधानसभा उप निर्वाचन में आगर-मालवा से भाजपा प्रत्याशी मनोज ऊंटवाल के समर्थन में सभा को संबोधित करते हुए सांसद सोलंकी ने यह आरोप लगाए थे.
उत्तर प्रदेश के हाथरस की घटना के संदर्भ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर संकेत करते हुए राहुल गांधी द्वारा आज मुस्लिमो दलितों और आदिवासियों को लेकर किए गए ट्वीट के सवाल पर केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी की बात को गंभीरता से लेने की कोई कोशिश नहीं करता है. उनकी पार्टी वाले भी उनकी बातों को गंभीरता से नहीं लेते हैं. हाथरस की घटना को दुखद बताते योगी सरकार ने भी उसको दुखद घटना बताया है और दुखद घटना मानकर के सख्त एक्शन लिया है. एसआईटी का गठन किया, सीबीआई की जांच की अनुशंसा की चार लोगों के खिलाफ एफआईआर हुई. चारों जेल में है. उनको एक मकान बनाकर देने की घोषणा की है. पीड़ित परिवार को 2500000 रुपए की आर्थिक सहायता देने की बात की और परिवार के एक शख्स को नौकरी देने की बात की है. कोई भी सरकार घटना घटने के बाद त्वरित इस प्रकार की कार्यवाही नहीं करती है. योगी आदित्यनाथ जी ने तो ये सब कार्रवाई की है. आरोप लगाने वाले तो आरोप लगाते हैं मगर उनके आरोप में कोई दम नहीं है. योगी आदित्यनाथ जी ने जो कार्रवाई की है वह दर्शाती है कि वह दलितों की हितेशी है.दलित शोषितों पर अत्याचार बर्दाश्त नही है.