अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस!

अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस जिसको मई दिवस भी कहा जाता है। मजदूरों की उस मांग को पूरी करने के लिए जाना जाता है जो उन्होंने सन 1886 में शिकागो शहर में शुरू की थी। श्रमिको की मांग कुछ इस प्रकार थी की काम करने की अवधि आठ घंटे हो और हफ्ते में एक दिन का अवकाश मिले।

यह मांग पूरी करवाने के लिए मजदूरों द्वारा हड़ताल भी की गई थी अथवा इस हड़ताल के दौरान शिकागो के हेमार्केट शहर में बम धमाके भी हुए जिसमे कई पुलिस वाले मारे गए और कई मजदूरों की जाने भी गई। यह धमाके किसने करवाए थे उसकी आज तक कोई खबर नहीं है। परंतु इस घटना से अमेरिका पर कुछ खास प्रभाव तो नही पड़ा लेकिन कुछ दिनों बाद ही अमेरिका , भारत व अन्य देशों में आठ घंटे काम करने का समय निश्चित कर दिया गया।

मजदूर वह है जो अपनी भरपूर मेहनत से देश व दुनिया में विकास लाता है और हर काम में अपनी पूरी भूमिका निभाता है।
1 मई लेबर डे जिसे मई दिवस के नाम से भी जाना जाता है , इस दिन भारत और करीब 80 देशों की अधिकतर कंपनियों में अवकाश रहता है ।

इस दिन तकरीबन हर देश में श्रमिकों के लिए अनेक प्रकार के आयोजन , प्रस्तुतियां एवम बड़ी बड़ी रैलियां आयोजित की जाती है । अंतरराष्ट्रीय श्रमिक संगठन (ILO) द्वारा सम्मेलन आयोजित किया जाता है और इस दिन टीवी, मैग्जीन, अखबार तथा रेडियो और सोशल मीडिया पर भी इस दिवस के बारे में बहुत कुछ जान ने को मिलता है।

हर साल अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस के सदस्यों द्वारा एक थीम बनाई जाती है जो अन्य कंपनियों के श्रमिको पर लागू होती है । जैसे 2021 में यह दिवस समाजवादी और श्रमिक यूनियन द्वारा शनिवार मई 1 को मनाया जायेगा।


इसी प्रकार प्रत्येक सालो की थीम कुछ इस तरह थी :


2019 “सभी के लिए स्थायी पेंशन: सामाजिक भागीदारों की भूमिका ”।

2018 “सामाजिक और आर्थिक उन्नति के लिए कामगार मजदूर “।


2017 “संघर्ष और आपदाओं में, बच्चों को बाल श्रम से बचाते हैं”।


2015 “आइए शांति, एकजुटता का अच्छे कार्यों द्वारा बेहतर भविष्य का निर्माण करे”।


और अन्य कई वर्षो में अलग-अलग प्रकार की थीम बनाई गई थी।

मजदूर दिवस मनाइए और मजदूरों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक बनाइए।


अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं🙏

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