गुंडागिर्दी पर उतारू हुए डॉक्टर संदीप ठाकुर, मोहन बड़ोदिया के पत्रकारों को दी जान से मारने की धमकी

मोहन बड़ोदिया। शाजापुर जिले की तहसील मोहन बड़ोदिया के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में संविदा पर पदस्थ मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर संदीप ठाकुर इन दिनों डॉक्टरी कम और गुंडागर्दी करने में ज्यादा व्यस्थ हैं. डॉक्टर साहब की गुंडागर्दी का एक ताजा उदाहरण सामने आया है, इस बार उन्होंने गुंडागर्दी किसी आम आदमी के साथ नहीं बल्कि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ यानी कि पत्रकारों के साथ की है. मोहन बड़ोदिया तहसील के पत्रकार गोविंद कुंभकार, वरिष्ठ पत्रकार राधेश्याम सोनी व वल्लभ पाटीदार को भी डॉक्टर साहब द्वारा जान से मारने की धमकी दी गई.

डॉक्टर साहब ने बुधवार सुबह 10:00 बजे के करीब अपने मोबाइल नंबर 7999739096 से नवभारत अखबार के पत्रकार गोविंद कुंभकार को फोन लगाया और उन्हें घर से उठाकर ले जाने की बात कही. जिसकी रिकॉर्डिंग भी गोविंद के पास मौजूद है.

दरअसल, डॉक्टर संदीप ठाकुर इलाज कम और क्षेत्र में दादागिरी ज्यादा करते हैं जिसके कई उदाहरण सामने आ चुके हैं. इससे पूर्व भी लोगों को शासकीय कार्य में बाधा डालने की धमकी डॉक्टर संदीप ठाकुर दे चुके हैं. इस मामले में पत्रकारों ने मोहन बड़ोदिया थाने पर आवेदन देकर डॉक्टर के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने की मांग की है.

यह पहली दफा नहीं जब डॉक्टर संदीप ठाकुर की गुंडागर्दी क्षेत्र में देखने को मिली है. इससे पहले भी कई दफा अपनी दबंग राजनीति की धौंस देकर उन्होंने लोगों को डराने धमकाने की कोशिश की है.

इतना ही नहीं डॉक्टर साहब ड्यूटी समय पर भी स्वास्थ्य केंद्र से नदारद रहते हैं. कुछ दिन पूर्व शाजापुर कलेक्टर दिनेश जैन ने मोहन बड़ोदिया अस्पताल का निरीक्षण करने पर यह पाया था कि जिले में एस्मा लगने के बाद भी डॉक्टर संदीप ठाकुर बिना अधिकारियों को सूचित किए बगैर ड्यूटी पर अनुपस्थित रहे. जिस पर कलेक्टर दिनेश जैन द्वारा एसडीएम साहेब लाल सोलंकी को डॉक्टर संदीप ठाकुर के नदारद रहने पर उन्हें नोटिस देने के साथ ही कार्यवाही करने को लेकर निर्देशित किया गया था.

अस्पताल में भी डॉक्टर संदीप ठाकुर ने अपनी झूठी शान से पहले ही लोगों को डरा रखा है. कई बार विवादों के चलते डॉ ठाकुर मोहन बड़ोदिया में सुर्खियों में बने रहते हैं. डॉक्टर की गुंडागर्दी के चलते लोग सरकारी अस्पताल में इलाज करवाने ही नहीं जाते इसलिए सरकारी अस्पताल में सभी बेड खाली पड़े हैं और निजी अस्पतालों में भारी भीड़ लगी है.

जैसे ही डॉक्टर द्वारा पत्रकारों को गाली देने का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो लोगों द्वारा भी सोशल मीडिया के माध्यम से डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग उठने लगी. पत्रकारों ने सख्त लहजे में प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि डॉक्टर संदीप ठाकुर पर प्रकरण दर्ज नहीं होता है तो पत्रकारों द्वारा थाने के सामने धरना प्रदर्शन किया जाएगा जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन की होगी..

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