मोबाइल की दीवानगी! दोस्तों के पास था एंड्राइड मोबाइल, मां नही दिला पाई तो नाबालिग ने फांसी लगाकर कर ली आत्महत्या

छिंदवाड़ा। वर्तमान समय में बच्चों में मोबाइल का जुनून हद तक बढ़ता जा रहा है. बच्चों और युवाओं में तो कई बार यह शौक पागलपन की हद तक पहुंच रहा है. इसी फालतू के शौक ने बुधवार को एक हंसते-खेलते सुखी परिवार की खुशियां छीन ली. मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में एक 14 साल के लड़के ने इसलिए फाँसी लगाकर खुदकुशी कर ली क्योंकि परिजनों ने उसे एंड्राइड मोबाइल दिलाने से मना कर दिया.

दरअसल, पूरी घटना छिंदवाड़ा जिले के कुंडीपुरा थाना क्षेत्र के श्रीवास्तव कॉलोनी की है, जहां रहने वाली गीता ठाकरे दूसरे के घरों में बर्तन साफ कर अपना और अपने बेटे का पेट पालती हैं. कई दिनों से उनका बेटा ANDROID MOBILE की मांग कर रहा था, लेकिन गीता की आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं थी कि वह अपने बेटे को इतना महंगा मोबाइल दिला पाती. मां कई दिनों से उसे बहला-फुसलाकर मना करती आ रही थी, लेकिन सोमवार को बच्चा जिद पर अड़ गया. मां घर से कहीं बाहर गई थी. इसी दौरान उसने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.

गीता ठाकरे के मुताबिक, उसका पति विक्रम ठाकरे सालों पहले ही उसे और उसके दो बच्चों को छोड़कर कहीं चला गया था. इसके बाद वह दूसरों के घरों में झाड़ू-पोंछा कर अपने परिवार को पाल रही थी. ऐसे में वह महंगा स्मार्टफोन लेने में खुद को असहाय महसूस कर रही थी. फिर भी गीता ने अपने बच्चे को मोबाइल फोन दिलाने का भरोसा दिलाया था, लेकिन उसके बाद भी बिट्टू ने यह कदम उठा लिया.

बताया जा रहा है कि बिट्टू के सभी दोस्तों के पास एंड्राइड मोबाइल था. इसके कारण बिट्टू भी मोबाइल लेने की जिद कर रहा था. ऐसे में उसका जब सपना पूरा नहीं हुआ तो उसने अपने ही घर में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली.

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