” अनूठी देशसेवा ”
जोधपुर:कोरोना महामारी के दौरान आज से 550 वर्ष पहले श्री जम्भेश्वर भगवान के बताये 29 नियमों मे से “जीव दया पालनी ” नियम को साकार कर रहे है जेएनवीयू एलएलबी छात्र व निजी शिक्षक भजनलाल विश्नोई राजस्थान के जोधपुर जिले से 45 किमी दूर अपने गाँव जुड़ से स्वयं दूध खरीद कर 11 किमी दूर मथानिया कस्बे के जरूरतमंद- बुजुर्ग, विधवा महिलाओं व प्रवासी मजदूर परिवार जो लाॅकडाउन मे दिहाड़ी म
जदूरी नहीं कर पा रहे जिनके बच्चों को पीने के लिए दूध समय पर मिले इसी उद्देश्य से राष्टहित में 23 मार्च से 31 मई लाॅकडाउन समाप्ति तक सोशल डिस्टेंसिंग की पालना मे एक दर्जन निर्धन परिवारों को प्रतिदिन 10 लीटर दुध नि:शुल्क वितरण कर रहे है!
सोशल डिस्टेंस के लिए पाइप को बोतल से जोड़कर जुगाड़ बनाया है इन्होंने बताया कि मुझे गत वर्षों मे निजी विद्यालय से जो वेतन मिला उनमे 14000 हजार रू की बचत से दूध खरीद कर दे रहा हूँ.
माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी प्रेरणा स्त्रोत है जब प्रधानमंत्री जी को सयुक्त राष्ट्र के सर्वोच्च पर्यावरण पुरस्कार “चेम्पियंस आॅफ द अर्थ अवार्ड” से सम्मानित किया तो उन्होंने यह सम्मान बिश्नोई समाज को समर्पित किया क्योंकि बिश्नोई समाज पर्यावरण की रक्षा करता है राजस्थान के जोधपुर जिले मे मेहरानगढ़ किले के निर्माण समय चूने को पकाने के लिए राजा अभयसिह के आदेश पर सैनिकों द्वारा खेजडी़ के पेड़ काटने के विरोध मे सन् 1730 को बिश्नोई समाज के 363 लोग खेजड़ली गाँव मे शहीद हो गए प्रतिवर्ष भाद्रपद शुक्ल दशमी को मेला लगता हैं बिश्नोई समाज खेजडी़ के वृक्ष तथा काले हिरण की पूजा करते है !
युवा कोरोना कर्मवीर ने कहा की आवश्यक सेवा मे लगे योद्धाओं का उत्साह बढाने के लिए ताली व थाली बजाने के लिए देशवासियों का आभार व्यक्त करता हूँ! इन्हें अन्तरराष्ट्रीय मानवाधिकार परिषद द्वारा अभी हाल में सम्मान पत्र जारी किया गया व लोग जमकर तारीफ कर रहे हैं!