मनरेगा के कार्य में सचिव-सरपंच चलवा रहे जेसीबी, समर्थक व्यक्ति लोकेश ने कहा- किसी मीडिया व अधिकारी से नही डरता.

सरकार गरीबों को दों वक्त की रोटी का इंतजाम कराने के लिए काफी योजनाएं निकालती है, जिससे उन्हें रोजगार उपलब्ध हो सके और वह सुख-शांति से अपना जीवन व्यापन कर सकें लेकिन हर ग्राम पंचायत की यह कहानी है कि सचिव और सरपंच मिलकर ग्रामीणों के हक का पैसा खा लेते है.

हम आज बात कर रहे है मोहन बड़ोदिया जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत सारसी की जहाँ सचिव और सरपंच बेख़ौफ़ होकर जमकर भ्रष्टाचार करने में लगे हुए हैं.

ग्राम पंचायत सारसी के ग्रामीणों ने बताया कि उनकी ग्राम पंचायत के सरपंच प्रेम नारायण मालवीय व सचिव आत्माराम सुमन द्वारा ग्रामीणों के फर्जी तरीकों से मस्टर भरकर उनके खाते से उन्हें बहला-फुसलाकर पैसे निकलवा लिए जाते है और उन्हें कोई रोजगार नहीं दिया जाता, मजदूरों की जगह जेसीबी का उपयोग कर महीनों के काम कुछ दिनों में खत्म कर सारा पैसा अपनी जेब मे डालने का काम ग्राम पंचायत सारसी के सरपंच और सचिव कर रहे है.

बता दे ग्राम मटेवा निवासी एक ग्रामीण की कॉल रेकॉर्डिंग वायरल हुई है जिसमें सरपंच व सचिव से सम्बंधित व्यक्ति लोकेश चंद्रवंशी एक ग्रामीण को डराते हुए यह कह रहा है कि वह ना तो किसी मीडिया से डरता है और ना ही किसी अधिकारी सें. इतना ही नही लोकेश चन्द्रवंशी उस कॉल रिकॉर्डिंग में खुद यह बात कबूल रहे हैं कि उनके द्वारा सचिव और सरपंच से मनरेगा के कार्य के अंदर जेसीबी चलाने की इजाजत ली है और सरपंच-सचिव पर कोई कानूनी कार्यवाही होने पर में मौके पर ऐसे 50 लोग खड़े कर सकता हु जिनके मस्टर भरे है भलेही वह काम नही कर रहे लेकिन वह बात हमारे पक्ष की करेंगे. लोकेश यह भी कहते नजर आए की जेसीबी चल रही है जिस किसी को बुलाना है बुला ले. अब समझ यह नहीं आता कि लोकेश चन्द्रवंशी जैसे लोग कैसे इतनी दबंगई से ग्रामीणों को डरा सकते है आखिर इनके पीछे किसका हाथ है और लगातार समाचार प्रकाशित करने के बाद भी आखिर क्यों जनपद पंचायत मोहन बड़ोदिया के अधिकारी इस पँचायत के पदाधिकारियों पर कार्यवाही नहीं कर रहे है?

About Author

You may have missed