आज होगा रामलला मन्दिर का भूमिपूजन, PM मोदी होंगे शामिल
अयोध्या के हनुमान गढ़ी मंदिर को कोरोना वायरस के मद्देनजर सेनिटाइज किया जा रहा है. सुरक्षा की दृष्टि से सफाई भी की जा रही है.
नई दिल्ली/अयोध्या : राम मंदिर भूमि पूजन के लिए तैयार है. पूरी नगरी सजी हुई है. जगह-जगह भजन-कीर्तन हो रहे हैं. अयोध्या का कोना-कोना भक्तिरस से सराबोर है. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा अन्य बड़े नेता साधु संतों सहति 175 लोग इस ऐतिहासिक अवसर के गवाह बनेंगे.
मोदी 11:30 बजे अयोध्या पहुंचेंगे. पीएम ही मंदिर के मंदिर के निर्माण के लिए नींव की ईंट रखेंगे. जानकारी है कि इस दौरान पीएम कुल तीन घंटे अयोध्या में बिताएंगे. भूमि पूजन कार्यक्रम में मंच पर पीएम मोदी के अलावा मोहन भागवत, योगी आदित्यनाथ, आनंदी बेन पटेल, महंत नृत्य गोपाल दास रहेंगे.
अयोध्या में पीएम मोदी का कार्यक्रम
– 5 अगस्त की सुबह दिल्ली से प्रस्थान.
– 9:35 बजे दिल्ली से उड़ेगा विशेष विमान.
– 10:35 बजे लखनऊ एयरपोर्ट पर लैंडिंग.
– 10:40 बजे हेलिकॉप्टर से अयोध्या के लिए प्रस्थान.
– 11:30 बजे अयोध्या साकेत कॉलेज के हेलीपैड पर लैंडिंग.
– 11:40 बजे हनुमान गढ़ी पहुंचकर 10 मिनट दर्शन-पूजन.
– 12 बजे राम जन्मभूमि परिसर पहुचने का कार्यक्रम.
– 10 मिनट में रामलला विराजमान का दर्शन-पूजन.
– 12.15 बजे रामलला परिसर में पारिजात का पौधारोपण.
– 12:30 बजे भूमिपूजन कार्यक्रम का शुभारंभ.
– 12:40 बजे राम मंदिर की आधारशिला की स्थापना.
– 2:05 बजे साकेत कॉलेज हेलीपैड के लिए प्रस्थान.
– 2:20 बजे लखनऊ के लिए उड़ेगा हेलिकॉप्टर.
सोमवार को मंदिर की जिम्मेदारी संभाल रहे जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट ने बताया था कि भूमि पूजन के कार्यक्रम के लिए कुल 175 लोगों को निमंत्रण पत्र भेजा गया है, इसमें अलग-अलग आध्यात्मिक परंपराओं से आने वाले 135 संत शामिल हैं. वहीं. मंच पर पीएम के अलावा बस पांच लोग उपस्थित रहेंगे.
पीएम भूमि पूजन में मंदिर निर्माण के लिए 40 किलो की चांदी की ईंट आधारशिला के रूप में रखेंगे. पूजन के लिए धार्मिक अनुष्ठान सोमवार से ही शुरू किए जा चुके हैं.
अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों राम मंदिर निर्माण के शिलान्यास से ठीक एक दिन पहले वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने 1990 में रामजन्मभूमि आंदोलन के दौरान सोमनाथ से अयोध्या तक की ‘राम रथ यात्रा’ में अपनी भूमिका का स्मरण करते हुए कहा कि यह उनके और सभी भारतीयों के लिए ‘ऐतिहासिक और भावपूर्ण’ दिन है.
पूर्व उप प्रधानमंत्री ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा कि उनका मानना है कि राम मंदिर एक शांतिपूर्ण सौहार्दपूर्ण राष्ट्र के रूप में भारत का प्रतिनिधित्व करेगा जहां सबके लिए न्याय होगा और कोई भी बहिष्कृत नहीं होगा, ताकि देश राम राज्य की ओर अग्रसर हो, जो सुशासन का प्रतिमान है.
आडवाणी को रामजन्मभूमि आंदोलन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए जाना जाता है. भाजपा अध्यक्ष के रूप में राम मंदिर निर्माण के लिए जनता को लामबंद करने के मकसद से आडवाणी ने साल 1990 में राम रथ यात्रा निकाली थी.
उन्होंने कहा, मैं विनम्रता का अनुभव करता हूं कि नियति ने मुझे वर्ष 1990 में रामजन्मभूमि आंदोलन के दौरान सोमनाथ से अयोध्या तक राम रथ यात्रा का दायित्व प्रदान किया और इस यात्रा ने असंख्य लोगों की आकांक्षा, उर्जा और अभिलाषा को प्रेरित किया.
उन्होंने कहा, श्री राम का स्थान भारतीय संस्कृति और सभ्यता की धरोहर में सर्वोच्च है और वे विनीत, मर्यादा और शिष्टाचार के मूर्तरूप हैं. मेरा मानना है कि यह मंदिर सभी भारतीयों को भगवान राम के गुणों को आत्मसात करने के लिए प्रेरित करेगा.
उल्लेखनीय है कि 92 वर्षीय आडवाणी को कोरोना महामारी के मद्देनजर उनकी उम्र को देखते हुए शिलान्यास समारोह के लिए आमंत्रित सदस्यों की सूची में नहीं रखा गया है.
अब जबकि उनकी यात्रा के तीन दशक के बाद राम मंदिर निर्माण का कार्य आरंभ होने जा रहा है, आडवाणी ने कहा कि जीवन के कुछ सपने पूरा होने में बहुत समय लेते हैं, लेकिन जब वो चरितार्थ होते हैं तो लगता है कि प्रतीक्षा सार्थक हुई.
उन्होंने कहा, ऐसा ही एक सपना जो मेरे हृदय के बहुत पास है अब पूरा हो रहा है. राम जन्मभूमि पर श्री राम के भव्य मंदिर का निर्माण भारतीय जनता पार्टी का सपना रहा है और मिशन भी.
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि वे सभी संतों, नेताओं और देश-विदेश के जनमानस के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हैं जिन्होंने राम जन्मभूमि आंदोलन में योगदान और बलिदान दिया.
उन्होंने कहा, मुझे इस बात की भी खुशी है कि नवंबर 2019 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिये गए स्पष्ट निर्णय के स्वरूप राम मंदिर का निर्माण बहुत शांतिपूर्ण वातावरण में शुरू हो रहा है. यह भारतीयों के परस्पर संबंधों को मजबूत करने में बहुत सहायक होगा.
आडवाणी ने ‘जय श्री राम’ लिखकर अपने बयान की इतिश्री से पहले उम्मीद जताई श्री राम भारत और उसके लोगों को हमेशा आशीर्वाद दें.