मध्यप्रदेश में कोरोना की ग्रोथ रेट भारत में सबसे कम.
●अब हम कोरोना की पूरी तरह समाप्ति की और बड़े.
●इलाज में लापरवाही हुई तो दोषी को नहीं छोड़ेंगे.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा की.
भोपाल.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की गति निरंतर धीमी होती जा रही है। मध्यप्रदेश की कोरोना ग्रोथ रेट घटकर 1.43 प्रतिशत हो गई है, जबकि गुजरात की ग्रोथ रेट 2.10, राजस्थान की 2.31, महाराष्ट्र की 2.96, पश्चिम बंगाल की 3.23, उत्तरप्रदेश की 3.82 तथा तमिलनाडु की 4.21 प्रतिशत है। भारत की कोरोना ग्रोथ रेट 3.63 प्रतिशत है।
अब हमें कोरोना की प्रदेश में पूरी तरह समाप्ति की ओर बढ़ना है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सख्त निर्देश दिए की यदि किसी भी अस्पताल में कोविड मरीज के इलाज में थोड़ी भी लापरवाही की तो दोषी को नहीं छोड़ा जाएगा, उस पर कड़ी कार्रवाई होगी।
हमें एक-एक कोरोना मरीज की जान बचाना है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह आज मंत्रालय भोपाल में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, डीजीपी विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान और प्रमुख सचिव संजय शुक्ला उपस्थित थे।
दतिया हुआ संक्रमण मुक्त
दतिया जिले की समीक्षा में पाया गया कि वहाँ कोरोना के 20 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। दतिया जिला अब पूरी तरह संक्रमण मुक्त हो गया है। इसी प्रकार अलीराजपुर एवं उमरिया जिले भी संक्रमण मुक्त हो चुके हैं।
पूरे फर्स्ट कॉन्टेक्ट ट्रेस करें
छिंदवाड़ा जिले की समीक्षा में पाया गया कि वहाँ कोरोना के 11 नए पॉजीटिव प्रकरण आए हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि संक्रमित व्यक्तियों के सभी फर्स्ट कॉन्टेक्ट की ट्रेसिंग करवाकर उनकी जाँच की जाए।
धौलपुर आने-जाने से संक्रमण का खतरा
मुरैना जिले की समीक्षा में पाया गया कि वहाँ 23 नए कोरोना प्रकरण आए हैं। जिले के सीमा पार के राजस्थान के जिले धौलपुर में संक्रमण अधिक है तथा वहाँ आने-जाने से मुरैना में संक्रमण का खतरा है। मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि इस संबंध में जनता को जागरूक किया जाए। क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक कर संक्रमण रोकने के संबंध में सभी आवश्यक उपाय किए जाएं।
टेस्टिंग बढ़ाई जाए
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि हमें एक-एक कोरोना मरीज की जल्दी पहचान कर उनका इलाज करना है, जिससे प्रदेश में कोरोना से एक भी मृत्यु न हो। इसके लिए प्रदेश में कोरोना टेस्टिंग बढ़ाई जाए। वर्तमान में प्रदेश में 23 लैब टेस्टिंग कर रही हैं। हमारी टेस्टिंग क्षमता 6000 प्रतिदिन से अधिक है।