दुल्हन लेने आए दूल्हे को नलखेड़ा थाने की हवालात में बिताना पड़ी रात, पुलिस कार्यवाही के बाद बिना दुल्हन के लौटी बारात
नलखेड़ा। आगर-मालवा जिले में जिला कलेक्टर द्वारा कोरोना कर्फ़्यू के चलते 15 मई तक शादी-विवाह करने पर रोक लगाई गई है लेकिन इसके बावजूद लोग मानने को तैयार नहीं है तो फिर प्रशासन भी ऐसे लोगों पर अब सख्ती बरत रहा है. लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में लोग कोरोना पर विश्वास करने को तैयार नहीं है.
सात फेरों की जगह दूल्हे ने थाने में बिताई रात
रविवार-सोमवार की दरमियान रात को जिले के ग्राम लसुल्डीया केलवा में हो रही एक शादी को नलखेड़ा पुलिस प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर रुकवाई. दुल्हन लेने आए दूल्हे को बेरंग ही बिना दुल्हन के अपने ग्राम लौटना पड़ा है.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, कंट्रोल रूम आगर से मिली सूचना पर नलखेड़ा पुलिस का दल देर रात तहसील के ग्राम लसुल्डीया केलवा पहुँचा. जहाँ ग्राम कचनारिया निवासी दूल्हा मनोहर पिता शंकरलाल सेन अपने पिता के साथ मौजूद था. इसका विवाह लसुल्डीया केलवा निवासी तोलाराम सेन की पुत्री योगिता से होना था. शादी की रस्मे अदा की जा रही थी तभी अचानक पुलिस पहुंची और कोरोना कर्फ्यू के तहत कलेक्टर के आदेश का उल्लघंन पाए जाने पर रात में लगभग 3 बजे दूल्हे, उसके पिता व दुल्हन के पिता को पुलिस थाने पर लाया गया. जहाँ उनके खिलाफ धारा 188 के तहत प्रकरण दर्ज कर दूल्हे को बगैर शादी के बेरंग उसके ग्राम भेजा गया है.