अजब-गजब MP: सेक्स वर्करों को लाइसेंस नही और जारी कर दिया टीका लगाने का आदेश, चंद घण्टों में बदल गया नियम
भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना से बचाव के लिए जारी टीकाकरण के दौरान उच्च जोखिम वाले समूहों को प्राथमिकता देने का निर्णय लिया गया है. इस संबंध में राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने आदेश जारी किया है. इसमें सेक्स वर्करों को भी प्राथमिकता से टीके लगाने का आदेश दिया गया है. लेकिन आश्चर्य की बात तो यह है कि कहीं अधिकारियों ने आदेश नींद में तो नहीं जारी किया क्योंकि मध्यप्रदेश में तो सेक्स वर्करों को लाइसेंस ही नहीं दिया गया है.
आदेश जारी करने के बाद सरकार की सोशल मीडिया पर खूब आलोचना हुई तो आदेश भी फटाफट से बदल दिया गया अब दूसरा आदेश जारी किया गया है जिसमें सेक्स वर्करों की जगह सैलून वर्कर लिखा हुआ है इस घटना से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि यहां तो यह गलती अधिकारियों की है यहां पर टाइपिंग करने वाले बाबू की और हम इसे गलती क्यों कहे हो सकता है शायद सरकार को सेक्स वर्करों की काफी चिंता हो लेकिन अगर इतनी ही चिंता है तो फिर उन्हें उनका काम करने का लाइसेंस क्यों नहीं दे देते?
अब जब विभाग द्वारा आदेश को निरस्त कर दूसरा आदेश जारी किया गया और उस में सेक्स वर्करों को हटाकर सैलून वर्करों को शामिल किया गया तो लोग सोशल मीडिया पर सरकार को फिर से ट्रोल कर रहे है..
ट्विटर यूजर नवीन सिंह लिखते हैं कि: घन्टेभर में बदला सुलेमानी आदेश…सेक्स वर्कर से हो गए सैलून वर्कर…वाह साहब वाह टाइपिंग मिस्टेक भी गजब की करते हैं आपके बाबू…