मध्यप्रदेश में आई कोरोना की दूसरी लहर, जानिए कोरोना के बढ़ते मामले और मौत का आंकड़ा

सर्दी का मौसम आते ही कोरोना ने अपनी दूसरी चाल चलना शुरु कर दी है. जिसक चलते सरकार को पांच शहरों में कोरोना को नियंत्रण करने के लिए नाइट कर्फ्यू का सहारा लेना पड़ रहा है. हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक राजधानी भोपाल में शुक्रवार को 378 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं.

भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामलों ने एक बार फिर से दस्तक देना शुरु कर दिया है. प्रदेश में बीते दिनों से ही मामले तेजी से सामने आ रहे हैं. शुक्रवार को 1,528 नए कोरोना पॉजिटिव केसेस सामने आए हैं. जिसके बाद प्रदेश में संक्रमितों की संख्या 1,89,546 हो गई है. सर्दी आते ही कोरोना के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं. जिसक चलते सरकार को पांच शहरों में कोरोना को नियंत्रण करने के लिए नाइट कर्फ्यू का सहारा लेना पड़ रहा है. हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक राजधानी राजधानी भोपाल में शुक्रवार को 378 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं, जिसके बाद संक्रमितों की संख्या 28,738 हो गई है. भोपाल में अब तक 26,194 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं. जबकि 2041 कोरोना मरीज अब भी एक्टिव हैं. कुछ ऐसा ही हाल इंदौर का है, जहां शुक्रवार को 313 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं, जिसके बाद संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 36,623 हो गई है. मध्यप्रदेश के दो प्रमुख शहर इंदौर और भोपाल में तेजी से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. इसके अलावा ग्वालियर और जबलपुर में भी पिछले कुछ दिनों में कोरोना के मामलों में इजाफा देखा जा रहा है. ग्वालियर में 13,714 और जबलपुर में 13,591 मामले अब तक सामने आ चुके हैं.

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ज्यादा मामले, वहां नाइट कर्फ्यू

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने साफ किया है कि अभी कोरोना गया नहीं है. मौसम बदलते समय ये चुनौती और बड़ी हो सकती है. इसलिए सावधानी बरतें और दिशा निर्देशों का पालन करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि, लोगों को कोरोना गाइडलाइन का पालन कराया जाए और इसका पालन ना करने वालों के खिलाफ जुर्माने की कार्रवाई की जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि, प्रदेश में अभी स्कूल और कॉलेज नहीं खोले जाएंगे. समीक्षा बैठक में सीएम ने निर्देश दिया कि, जहां पांच फीसदी से ज्यादा पॉजिटिविटी रेट हैं, वहां नाइट कर्फ्यू लगाया जाए.

पांच जिलों में नाइट कर्फ्यू

कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते सरकार ने पांच शहरों में नाइट कर्फ्यू और पाबंंदियां लागू करने का फैसला किया है. इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, रतलाम और विदिशा में 21 नवंबर की रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू रहेगा.

भोपाल ने इंदौर को छोड़ा पीछे

भोपाल में कोरोना के केस इंदौर से ज्यादा निकल रहे हैं. शुक्रवार को इंदौर में 313 कोरोना के मरीज सामने आए, जबकि भोपाल में 378 कोरोना संक्रमित मिले. इसी तरह ग्वालियर में 96, जबलपुर में 58 कोरोना केस निकले हैं. वही प्रदेश भर में 1528 कोरोना के मामले सामने आए हैं, जबकि 917 लोग स्वस्थ होकर घर लौटे हैं. नौ लोगों की कोरोना से मौत हो गई है.

एमपी में डेथ रेट का ग्राफ

मध्यप्रदेश में कोरोना की वजह से डेथ रेट भी सबसे ज्यादा भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर में है. यहां कोरोना के कारण सबसे ज्यादा कोरोना मरीजों की मौत हुई है. अगर बात इंदौर की की जाए तो इंदौर में अब तक कोरोना से 726 कुल मौत हुई है. जो प्रदेश में सबसे ज्यादा है. वहीं बात करे राजधानी भोपाल की तो भोपाल में अअब तक 503 मरीज अपनी जान गवां चुके हैं. जो प्रदेश में दूसरे सबसे ज्यादा मौतें है. इसके बाद ग्वालियर में 172 मरीज अब तक अपनी जान से हाथ धो बैठे है. यदि बात जबलपुर की की जाए तो जबलपुर में अब तक 216 मरीजों की मौत हो चुकी है.

सीएम की प्रदेशवासियों से अपील

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि इस समय लोग कोरोना गाइडलाइन का पालन करे, साथ ही राज्य सरकार भी इस घड़ी में हरसंभव मदद के लिए प्रतिबद्ध है. सीएम ने अपील में कहा है कि जहां भी जाए मास्क लगाकर ही जाए. वहीं कोरोना गाइडलाइनों का भी उल्लंघन ना करें. बाजारों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में पर्याप्त सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. इसके साथ ही सार्वजनिक जगहों पर पान, गुटखा और तंबाकू का सेवन ना करें.

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