आगर में महिलाकर्मी से छुट्टी के बदले किस मांगने वाले अपर कलेक्टर की मंदसौर में हुई पोस्टिंग, सांसद-विधायक से अश्लील एडीएम को हटाने की उठी मांग
प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह एक तरफ महिलाओं के सम्मान में पूरे प्रदेश में अभियान चला रहे है, वहीं दूसरी और महिला के साथ अश्लील हरकत करने वाले मनचले अधिकारी की मंदसौर पोस्टिंग हो गई हैं. वही मंदसौर के तमाम सामाजिक संघठन एडीएम के विरोध में उतर गए है.
मंदसौर (विजय बागड़ी)। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान ने महिलाओं के खिलाफ बढते अपराध को जड से खत्म करने के लिए 11 जनवरी से 26 जनवरी तक पूरे प्रदेश में महिला जागरूकता अभियान शुरू किया है. इसमें महिलाओं को जागरूक किया जा रहा है, वहीं महिलाओं पर अत्याचार करने वालों को जेल की हवा खिलाई जा रही हैं. मंदसौर में हाल ही में ऐसे अपर कलेक्टर की पोस्टिंग कर दी गई है, जिन्होंने आगर-मालवा जिले में एडीएम के पद पर रहते हुए एक महिलाकर्मी से अवकाश के बदले किस देने की मांग की थी.
बवाल मचने के बाद एडीएम एन.एस राजावत को लूप लाईन भोपाल में अटैच कर दिया गया था लेकिन अब मंदसौर जिले में ऐसे अश्लील व दागी अपर कलेक्टर की पोस्टिंग को लेकर बवाल मच रहा है और एडीएम एनएस राजावत को हटाने की मांग की जा रही है.
कई सामाजिक संगठनों ने एडीएम राजावत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और क्षेत्र के केबिनेट मंत्री हरदीपसिंह डंग, वित्त मंत्री जगदीश देवडा, सांसद सुधीर गुप्ता और विधायक यशपालसिंह सिसौदिया से एडीएम को हटाने की मांग की गई है.
इससे पहले मंदसौर में भी राजावत का कार्यकाल काफी विवादित रहा है. जून 2017 में किसान आंदोलन के दौरान ये मंदसौर में पदस्थ थे और एसडीएम के चार्ज पर थे, उसी दौरान मंदसौर में किसान आंदोलन भडका था और यह मंदसौर से हटाए गए थे. इसके बाद इनकी पोस्टिंग आगर-मालवा में हुई और यहां से भी महिलाकर्मी के साथ अश्लील हरकत के मामले में हटाए गए.
एडीएम ने रखी थी शर्त, छुटटी चाहिए तो किस करना पडेगा
बीते साल 2020 में आगर-मालवा के एडीएम रहते हुए एनएस राजावत ने कुर्सी की मर्यादा को तार-तार कर दिया है, वहीं मानवता को भी शर्मसार कर दिया था. कलेक्टर कार्यालय में पदस्थ महिला कर्मचारी अपर कलेक्टर राजावत के पास अवकाश का आवेदन लेकर पहुंची तो अपर कलेक्टर राजावत ने महिला कर्मचारी के सामने शर्त रखी कि यदि छुट्टी चाहिए तो उन्हें किस करना होगा. उक्त घटना के बाद महिला कर्मचारी रोते हुए अपर कलेक्टर के कक्ष से बाहर निकल गई थी. कर्मचारी संगठनों ने इस शर्मनाक घटना का तगडा विरोध किया था. इसके बाद राजावत को हटाकर लूप लाईन में भेज दिया गया, कुछ समय निकालने के बाद दागी राजावत फिर फ्रंट लाईन में आ गए लेकिन पुराने कारनामों की पोल मंदसौर में खुल रही है और इनका खुलकर विरोध हो रहा है.