फूड फैक्ट्री पर पुलिस का छापा, फैक्ट्री सील कर कॉपीराइट एक्ट का मामला पुलिस ने जांच में लिया
दमोह से शंकर दुबे की रिपोर्ट
कॉपीराइट उल्लंघन के एक मामले में कोतवाली पुलिस ने आज एक फूड फैक्ट्री पर छापा मारकर माल जप्त किया तथा फैक्ट्री को सील कर दिया है। पुलिस ने मामला जांच में लिया है।
स्थानीय कच्चा सिंधी कैंप में संचालित एक फूड फैक्ट्री पर कोतवाली पुलिस ने आज दोपहर छापा मारकर बड़ी मात्रा में माल जप्त कर फैक्ट्री को सील कर दिया है । बताया जाता है कि फैक्ट्री मालिक के विरुद्ध कॉपीराइट एक्ट के उल्लंघन के तहत माल की पैकेजिंग व नकल करने संबंधी एक शिकायत दर्ज कराई गई थी।
यह था मामला
कोतवाली टीआई एचआर पांडे ने बताया कि कटनी निवासी नितिन पेरियार कटनी में नितिन फूड्स के नाम से कुरकुरे बनाने की एक फैक्ट्री चलाते हैं । उनके ब्रांड का नाम छोटू मोटू है। उन्होंने एक शिकायत दर्ज कराई थी कि दमोह निवासी खूबचंद राठौर ने उनके ब्रांड की नकल की है। वह अंजनी फूड के नाम से छोटू और मोटू ब्रांड की सचित्र पैकिंग कर नकली माल बेच रहे हैं। यह कॉपीराइट एक्ट का खुला उल्लंघन है। नितिन पेरियार ने अपनी शिकायत में बताया कि उनकी कंपनी रजिस्टर्ड है जबकि अंजनी फूड रजिस्टर्ड नहीं है। अंजनी फूड कि नकली पैकेजिंग के कारण उन्हें काफी अधिक हानि हो रही है। जिसके बाद पुलिस ने सिंधी कैंप स्थित अंजनी फूड फैक्ट्री में छापा मारकर फैक्ट्री सील कर दी तथा 2 बोरी माल जांच के लिए कोतवाली लेकर आए ।
टीआई पांडे ने बताया कि खाद्य विभाग और सेल टैक्स विभाग को भी मामले की जानकारी दी गई है। वहीं अंजनी फूड के मालिक खूबचंद राठौर का कहना है कि उन्होंने किसी कॉपीराइट का उल्लंघन नहीं किया है। उनका खुद का ब्रांड है और वह भी रजिस्टर्ड है लेकिन उन्होंने इसका कॉपीराइट नहीं कराया है। वहीं इस मामले में खाद्य निरीक्षक माधवी बुधौलिया ने बताया कि माल की नकली होने से संबंधित या उसकी क्वालिटी से संबंधित शिकायत नहीं थी इसलिए यह मामला उनकी विभाग के दायरे में नहीं आता है मामला कॉपीराइट उल्लंघन का है इसलिए उनके विभाग के द्वारा अभी कोई कार्यवाही नहीं की गई है। वही टी आई का कहना है कि अभी मामला जांच में लिया गया है। एफ आई आर दर्ज नहीं की गई है । मालूम हो कि इसके पूर्व भी दमोह में कॉपीराइट एक्ट और नकली पैकेजिंग के कई मामले पहले भी सामने आ चुके हैं । तथा बड़े पैमाने पर यहां पर मिलते जुलते ब्रांडों की पैकेजिंग की जा रही है लेकिन संबंधित विभाग के अधिकारी कोई कार्यवाही नहीं करते हैं। जिससे इस बात को बल मिलता है कि दमोह में यह कारोबार अधिकारियों की सांठगांठ से खूब फल फूल रहा है।