आगर जिला प्रशासन का अमानवीय कृत्य! पशु वाहन में रखकर पूरे शहर से गुजारा गया संदिग्ध कोरोना संक्रमित मरीज का शव

मर गई इंसानियत……….

आगर-मालवा। एक और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आगर जिले को प्रदेश का नंबर वन जिला बनाने की बात करते हैं, तो वहीं आगर-मालवा जिले में इन दिनों जिला प्रशासन द्वारा इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला कृत्य किया जा रहा है. यहां संक्रमण से मरने वाले और शंकास्पद कोरोना से मृत लोगों के शव को नगर पालिका के पशु वाहन से खुले तौर पर भरे बाजार से मुक्तिधाम तक ले जाया जा रहा है.

दरअसल, 6 अप्रैल को विनायक सिटी निवासी एक महिला की कोरोना से मौत हो जाने के बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए जिला अस्पताल से मुक्तिधाम तक नगर पालिका के उस पशु वाहन से ले जाया गया जिसमें मृत गाय व अन्य जानवरों को लाया जाता है. इस घटना के बाद 8 अप्रैल को संदिग्ध कोरोना मरीज के शव को इसी तरह मुक्तिधाम तक ले जाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. वायरल वीडियो में साफ दिखाई दे रहा था कि किस तरह खुले वाहन में पीपीई किट पहने कर्मचारी भीड़ भरे बाजार से शव को ले जाते हुए दिख रहे हैं. इस घटना के बाद जहां नगर में दहशत का माहौल है, वहीं सामाजिक कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि जिला प्रशासन के इस कृत्य की निंदा कर रहे है.

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