दरियादिल सोनू सूद ने इंदौरवासियों की मदद के लिए बढ़ाया हाथ, जल्द भेजेंगे दस ऑक्सीजन जनरेटर
इंदौर। शिवराज सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद राज्य के विभिन्न जिलों के मरीजों को ऑक्सीजन की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है. जिसने अब सरकार और मरीजों के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी है. इसी बीच कोरोना के हॉटस्पॉट बने इंदौर जिले के लिए अब फ़िल्म अभिनेता सोनू सूद ने मदद का हाथ आगे बढ़ाया है.
10 ऑक्सीजन जनरेटर मशीन इंदौर भेजेंगे सोनू सूद
दरअसल एक वीडियो शेयर करते हुए अभिनेता सोनू सूद ने कहा है, कि कोरोना संक्रमण से स्थिति भयावह हो गई है. इंदौरवासी को अपना ध्यान रखने की जरूरत है. इसके साथ ही उन्होंने इंदौर में ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे मरीजों को बड़ी राहत दी है. उन्होंने कहा है कि उनकी तरफ से 10 ऑक्सीजन जनरेटर मशीन इंदौर भेजे जा रहे हैं. उन्होंने कहा मां अहिल्या की नगरी में संक्रमण की स्थिति चिंताजनक है. ऐसे में सभी लोगों को मिल-जुलकर इससे उभरने के प्रयास करने होंगे. उन्होंने कहा ऑक्सीजन मशीन मां अहिल्या की नगरी के लोगों की मदद में एक छोटा सा प्रयास है.
भिलाई से आएगा 90 टन ऑक्सीजन, कैलाश विजयवर्गीय ने दी जानकारी
वहीं भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की मध्यस्थता के कारण अब केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी मध्य प्रदेश के लिए मदद की घोषणा की है. केंद्रीय मंत्री ने 90 टन ऑक्सीजन भिलाई स्टील प्लांट से मध्य प्रदेश भेजने की व्यवस्था की है. जहां प्रतिदिन 90 टन ऑक्सीजन मध्यप्रदेश भेजी जाएगी. यह जानकारी आज कैलाश विजयवर्गीय ने अपने ट्वीट के जरिए दी है. इस बीच मध्य प्रदेश सरकार दावा है कि हॉस्पिटल में दोगुनी मात्रा में ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है.
ऑक्सीजन की कमी के चलते मरीजों की हो रही मौत
8 अप्रैल को 130 मेट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई है. वहीं 12 अप्रैल को ऑक्सीजन आपूर्ति की मात्रा बढ़ कर 267 मेट्रिक टन तक पहुंच गई है. हालांकि संक्रमण के बढ़ते मामले के कारण मांग अधिक हो रही है. इधर अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि प्रतिदिन 90 सिलेंडर ऑक्सीजन की आवश्यकता लग रही है. लेकिन सरकार की तरफ से अस्पताल प्रबंधन को 30 सिलेंडर उपलब्ध कराए जा रहे हैं, ऑक्सीजन की कमी से शहर के गुर्जर अस्पताल समेत अन्य कई अस्पतालों में कई मरीजों की मौत हो चुकी है.
इधर कल बैठक करते हुए CM शिवराज ने कहा कि प्रदेश में 13 अप्रैल को 272 मीटर ऑक्सीजन की आवश्यकता थी. जबकि 280 मीटर ऑक्सीजन उपलब्ध कराए गए हैं. ऑक्सीजन के इंतजाम के लिए केंद्र सरकार सहयोग कर रही है. वही जरूरत पड़ने पर राउरकेला और भिलाई से रेल द्वारा ऑक्सीजन सिलेंडर मंगवाएं जाएंगे.