“ब्लैक फंगल इंफेक्शन” से बचने के लिए करें ये उपाय, अगर आप कोरोना संक्रमित हुए है तो आपके लिए जानना है जरूरी…
आखिर क्या है ब्लैक फंगस, यह बीमारी किन लोगों को होती है?
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की घबराहट कम नहीं हुई थी कि ब्लैक फंगस देशवासियों के भीतर दहशत का नया नाम बन गया है. बताया जा रहा है कि यह बीमारी उन लोगों को अपना शिकार बना रही है जो कोरोना COVID-19 की पहली और दूसरी लहर में संक्रमित हुए. बातें कई प्रकार की है लेकिन सबसे जरूरी यह जानना है कि ब्लैक फंगस से बचने के लिए क्या उपाय किए जाएं और ब्लैक फंगस के लक्षण क्या होते हैं. मयुकोरमाइकोसिस एक प्रकार का फंगल इंफेक्शन है जो कि Mucor, Rhizopus जैसी fungi या कवक के कारण उत्पन्न होता है. इसे साधारण तौर पर ब्लैक फंगल डिसीज भी कहा जाता है.
ब्लैक फंगस बीमारी के शुरुआती लक्षण
●यह मुख्य रूप से कोविड-19 से ठीक हुए लोगों पर अटैक कर रहा है.
●इसका लक्षण चेहरे के एक तरफ सुन्नपन होना है.
●असहनीय दर्द होता है, मतलब हमे पता ही नहीं चलता कि दर्द कहां हो रहा है. सीटी स्कैन के बाद भी पता ना चले कि दर्द कहां हो रहा है.
●दांत में दर्द ना हो तो भी तालु (Palate) पर काला निशान होना।
●नेसल फ्लोर पर कालापन होना.
यह बीमारी कोरोना से ठीक होने के बाद ही क्यों होता है?
चूँकि कोरोना संक्रमित मरीज को जब ऑक्सीजन की कमी होने पर ऑक्सीजन दी जाती है, तो उस ऑक्सीजन को हाइड्रेट करने के लिए उसमें पानी डाला जाता है और अगर यह पानी इनफेक्टेड होता है. जैसे- मटके का पानी, नदी का पानी, कुएं का पानी तो यह फंगल इन्फेक्शन नाक के जरिये बॉडी मे प्रवेश हो जाता है और फिर ब्लड क्लॉट, पैरालिसिस जैसी गंभीर समस्या के रूप में सामने आता है.
ब्लैक फंगस इंफेक्शन से बचने के उपाय
●हाइजीन मेंटेन करें..
●ऑक्सीजन कंस्ट्रक्टर में हमेशा RO का पानी ही उपयोग करें.
●RO के पानी को भी गर्म करके oxygen को हाइड्रेट करने के लिए यूज करें.
●अगर डायबिटीज मरीज हैं तो शुगर लेवल हमेशा कंट्रोल में रखें.
●लक्षण होने पर बिल्कुल भी देरी ना करें और तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें.
यह फंगस कहां अटैक करता है?
यह मुख्य रूप से हमारे रेस्पिरेट्री सिस्टम (श्वसन तंत्र) और नर्वस सिस्टम (तंत्रिका तंत्र) पर प्रभाव डालता है. यह फंगल स्पोर्स श्वसन तंत्र के माध्यम से हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते हैं और ब्रेन को भी इफेक्ट करते है.
यह स्पोरस् (रक्त वाहिकाओं) blood vessels में पहुंच कर वृद्धि करते हैं और फंगल हाईफी (Fungal hyphae – पेड़ जैसी रचना) बनाते हैं. जिसके कारण ब्लड क्लॉट बन जाता है और पूरी बॉडी में ब्लड सप्लाई प्रभावित हो जाती है.
Black fungus खतरनाक क्यों है?
यह एक बहुत ही रेयर परंतु जानलेवा इंफेक्शन है.
डायबिटीज या शुगर के रोगियों को यह विशेष रूप से प्रभावित करता है. स्टेरॉइड्स और एंटीबायोटिक का अधिक उपयोग इस फंगल इंफेक्शन के लिए ट्रिगर का काम करता है, यानी इंफेक्शन को बढ़ा देता है.