दमोह:एक ही दिन में 32 मरीज निकले कोरोना पॉजिटिव.
लोगों ने कहा लॉकडाउन का निर्णय अनुचित.
दमोह। दमोह जिले में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है । आज एक ही दिन में 32 मरीज पॉजिटिव निकलने से मरीजों की संख्या बढ़कर 155 हो गई है। जिसके बाद कलेक्टर तरुण राठी ने 2 दिन का लॉकडाउन और बढ़ा दिया है । अब शनिवार रविवार के साथ सोमवार और मंगलवार को भी दमोह पूरी तरह लॉकडाउन रहेगा।
लगातार बढ़ रहे कोरोना मरीजों के कारण जिले वासियों की समस्याएं और चिंताएं बढ़ती जा रही हैं। बार-बार लॉकडाउन के कारण लोगों के उद्योग व्यवसाय पूरी तरह ठप हो रहे हैं। हालांकि सोशल मीडिया पर पिछले तीन-चार दिनों से लगातार लॉक डाउन बढ़ाए जाने की मांग कुछ लोगों द्वारा की जा रही थी। वही आज एक साथ 32 मरीज मिलने के बाद 2 दिन का लॉकडाउन और बढ़ा दिया गया है। सवाल यह है क्या लॉक डाउन कोरोना से निपटने का एकमात्र हल है?
आमजन की माने तो जिला प्रशासन द्वारा लिया गया यह निर्णय हास्यास्पद है। लोगों का कहना है कि जब तक बाहरी जिलों से प्रतिदिन लोगों की आवाजाही नहीं रुकेगी तब तक इस लॉक डाउन का कोई मतलब नहीं है। क्योंकि लोग सैकड़ों की संख्या में प्रतिदिन बाहर जा रहे हैं और दमोह आ रहे हैं। ऐसे में लॉकडाउन पूरी तरह अनुचित है। जिला प्रशासन के इस निर्णय के कारण सैकड़ों हजारों लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। लोगों का यह भी कहना है कि यदि लॉक डाउन सार्थक करना ही है तो दमोह जिले की पूरी सीमाएं सील कर दी जाए न कोई व्यक्ति बाहर से दमोह में प्रवेश कर पाएगा और न ही दमोह का व्यक्ति बाहर जा पाएगा। इसके लिए पास की व्यवस्था भी खत्म कर दी जानी चाहिए ।
किसी तरह के कोई पास जारी नहीं किए जाने चाहिए। केवल मरीजों या विशेष परिस्थिति के लिए ही पास की व्यवस्था होनी चाहिए। इसके अलावा कुर्ला से बनारस एवं जबलपुर से निजामुद्दीन के बीच चलने वाली दोनों ट्रेनों से प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में लोग आ जा रहे हैं परंतु स्टेशन पर किसी तरह की स्क्रीनिंग की कोई व्यवस्था नहीं है । ऐसे में मरीजों की संख्या बढ़ना ही है। आज यह 32 है तो आने वाले समय में यह हजारों में भी पहुंच सकती है। 2 महीने से अधिक के लॉकडाउन ने वैसे ही लोगों के व्यापार पूरी तरह चौपट कर दिए हैं । उस पर यह बीच-बीच में लॉकडाउन लगाना पूरी तरह हास्यास्पद मालूम होता है। फिलहाल दमोह जिले में कोरोना मरीजों की संख्या 155 हो गई है । जिसमें से एक्टिव केस 69 हैं जबकि एक मरीज की मौत हो चुकी है।
दमोह से शंकर दुबे की रिपोर्ट