NSUI की हुई बड़ी जीत! उच्च शिक्षा मंत्री ने दिया आदेश:- प्रथम व द्वितीय वर्ष के कॉलेज छात्रों की होगी ओपन बुक एग्जाम
भोपाल। मध्यप्रदेश में एक बार फिर कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ चुका है. ऐसे में कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों द्वारा लगातार ओपन बुक एग्जाम कराने की मांग की जा रही थी, जिसका एनएसयूआई ने पुरजोर समर्थन कर भूख हड़ताल, ज्ञापन व आंदोलन के माध्यम से सरकार को जगाने की कोशिश की थी, जिसके बाद अब सरकार एनएसयूआई की मांग के आगे झुकी है और मध्यप्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने प्रथम व द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों की ओपन बुक एग्जाम कराने की बात कही है.
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव ने बताया कि विद्यार्थियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया कि स्नातक अंतिम वर्ष एवं स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षाएं परीक्षार्थियों की भौतिक रूप से परीक्षा केन्द्रों में उपस्थिति के साथ मई 2021 में संचालित होगी. स्नातक प्रथम एवं द्वितीय वर्ष तथा स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षाएं ओपन बुक पद्धति से जून 2021 में आयोजित की जाएगी. जिसमें परीक्षार्थी अपने निवास में ही रहकर परीक्षा देंगे तथा निकट के निर्धारित संग्रहण केंद्र में उत्तर पुस्तिका जमा करेंगे.
एनएसयूआई द्वारा ओपन बुक एग्जाम कराए जाने को लेकर देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में कई दिनों से भूख हड़ताल की जा रही थी. छात्रों की मांग थी कि जब तक ऑनलाइन एग्जाम या ओपन बुक एग्जाम कराने का आदेश उच्च शिक्षा विभाग नहीं देता है तब तक हम इसी तरह भूख हड़ताल पर बैठे रहेंगे.
जिसका समर्थन आगर विधायक व एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष विपिन वानखेड़े द्वारा भी किया गया था. विपिन वानखेड़े ने देवी अहिल्या विश्वविद्यालय पहुंचकर वहां की कुलपति रेणु जैन से भी चर्चा की थी और उच्च शिक्षा विभाग से ऑनलाइन एग्जाम कराने की मांग की थी.