ग्राम कजलाश में दलितों की पिटाई के मामले ने पकड़ा तूल, दोपहर में भीम आर्मी ने किया एसपी कार्यालय का घेराव, शाम होते-होते अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य पहुँचे आगर
ग्राम कजलाश में दलितों के साथ दबंगो द्वारा की गई मारपीट की घटना अब काफी तूल पकड़ रही है. आज भीम आर्मी द्वारा घटना के विरोध में एसपी कार्यालय का घेराव किया गया.वही शाम को घटना की जानकारी लेने अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य व राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त प्रदीप अहिरवार आगर पहुँचे ओर घटना के सम्बंध में मीडिया से चर्चा की उसके बाद अहिरवार पीड़ितों से मिलने घटनास्थल ग्राम कजलाश के लिए रवाना हो गए.
प्रदीप अहिरवार ने बताया कि ग्राम कजलाश में हुई घटना काफी विभत्स ओर निंदनीय है. आजादी के 74 साल बाद भी अनुसूचित जाति वर्ग के लोग सुरक्षित नही है और इस प्रकार की घटनाएं होना काफी शर्मनाक है। मुझे जैसे ही इस घटना की जानकारी मिली में तुरंत अपने सभी कार्यक्रम छोड़कर यहाँ आया हु. मेरे द्वारा पीड़ित लोगों से बात की जाएगी और हम इस घटना के सम्बंध में आगर एसपी से भी बात करेंगे और आरोपियों को सख्त सजा दिलवाई जाएगी.
क्या है मामला
करीब 15-16 दिन पूर्व ग्राम कजलाश निवासी सूरजसिंह यादव के खेत पर पानी की मोटर कोई अज्ञात चोर चुरा ले गए थे. इस मामले में गांव के एक व्यक्ति ने शक के आधार पर सूरजसिंह के समक्ष गांव के राधेश्याम पिता रामलाल, भेरू पिता किशनलाल, घनश्याम पिता देवीलाल तथा गिरधारी पिता पीरूलाल का नाम मोटर चोरी किये जाने को लेकर लिया. इस पर सूरजसिंह ने 15 दिन बाद गत रविवार को किसी बहाने से राधेश्याम, भेरू, घनश्याम तथा गिरधारी को अपने एक रिश्तेदार के घर पर बुलवाया और चारों व्यक्ति के साथ यहाँ काफी दरिंदगी दिखाते हुवे जानवरों की तरह मारपीट व जातिसूचक गाली-गलौच की गई. मारपीट का यह दौर रविवार की पूरी रातभर चला. सोमवार सुबह राधेश्याम, भेरू तथा गिरधारी जैसे-तैसे अपनी जान बचाकर गांव आये और अपने परिजनों के साथ सीधे नलखेड़ा थाने पर पहुंचे.
नलखेड़ा पुलिस ने इस मामले में सूरजसिंह पिता देवीसिंह यादव, लालसिंह पिता सूरजसिंह यादव, संजू पिता पंचमसिंह यादव तथा बगदू पिता पंचमसिंह यादव पर धारा 342, 323, 294, 506, 34 तथा हरिजन एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है वही इस मामले में एक पीड़ित व्यक्ति अभी भी लापता है जिसकी तलाश पुलिस द्वारा की जा रही है.