बाहुबली विधायक विजय मिश्रा को आगर पुलिस ने किया यूपी पुलिस के हवाले, मिश्रा ने कहा; अभी भी बरकरार है जान का खतरा
विभिन्न मामलों में फरार चल रहे यूपी के ज्ञानपुर से विधायक विजय मिश्रा को आज आगर पुलिस ने यूपी पुलिस के हवाले किया है वही विधायक विजय मिश्रा के परिजन भी आगर पहुंच गए हैं. परिजनों और समर्थकों ने यूपी पुलिस से विधायक मिश्रा की जान के खतरे की आशंका जताई है।
आगर-मालवा: कल भदोही पुलिस की सूचना पर एमपी पुलिस द्वारा आगर-मालवा की तनोडिया चौकी के करीब उत्तरप्रदेश के ज्ञानपुर विधायक विजय मिश्रा को पूछताछ के लिए रोका गया था जिसके बाद भदोही पुलिस के कहने पर एमपी पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था जिसकी पुष्टि भदोही पुलिस अधीक्षक राम बदन सिंह ने की थी. उन्होंने कहा था कि विजय मिश्रा को यूपी वापस लाने के लिए भदोही पुलिस की टीम रवाना हो गई है ओर आज समस्त कागजी कार्यवाही के बाद एमपी पुलिस ने विधायक विजय मिश्रा को यूपी पुलिस के हवाले सौंपा है.
उन्होंने मीडिया से चर्चा में कहा कि उनके ऊपर दर्ज सभी मुकदमे उनके खिलाफ राजनीतिक षड्यंत्र है. उनके क्षेत्र में विशेष जाति समुदाय का राज चलता है. उत्तर प्रदेश सरकार केंद्र में चल रही मोदी सरकार को कमजोर करने का काम कर रही है और उत्तरप्रदेश में माननीय अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ साजिश रची जा रही है. वह यह भी कहते नजर आए कि राज्यपाल, राष्ट्रपति ओर सांसद आदि सभी चुनाव में योगी आदित्यनाथ ने मुझसे मदद ली हमने उन्हें सांसद बनवाया लेकिन बाद में उन्होंने संसदीय क्षेत्र में रहने वाले ठाकुर माफियाओं ने मेरे परिवार पर गलत मुकदमे दर्ज किए हैं और हमारी हत्या करने का प्रयास कर रहे हैं।
यूपी पुलिस को लेकर जब उनसे प्रश्न पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन पर फर्जी मुकदमा दर्ज किया गया है और कभी भी उनकी हत्या हो सकती है वही भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय से मित्रता को लेकर उन्होंने कहा कि कैलाश विजयवर्गीय से हमारी मित्रता है और कभी रही होगी लेकिन हम अभी हाल ही में उन से नहीं मिले हैं. हम उज्जैन महांकाल दर्शन करने को आये थे और सीधे मुकदमे के सम्बंध में अपने एडवोकेट से मिलने दिल्ली जा रहे थे.
विधायक मिश्रा एमपी पुलिस की तारीफ भी करते नजर आए. उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री, गृहमंत्री ओर मध्यप्रदेश पुलिस के अधिकारियों का हम आभार व्यक्त करते है..
बता दे बाहुबली विधायक विजय मिश्रा को पूर्वी उत्तरप्रदेश क्षेत्र के एक दमदार राजनेता के रूप में जाना जाता है. 2012 के विधानसभा चुनाव में ज्ञानपुर सीट से लगातार तीन बार जीतने के बाद, जिसमें उन्होंने जेल से चुनाव लड़ा, उन्हें 2017 के विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी ने टिकट से वंचित कर दिया था. वह निषाद पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े और चौथी बार विजयी हुए.
विधायक विजय मिश्रा के भाई रामजी मिश्रा व भतीजे सतीश मिश्रा और अन्य परिजनों व समर्थकों ने बताया कि विजय मिश्रा बाहुबली नहीं हैं. जबकि वो सच्चे जनसेवक हैं. आगामी समय में यूपी में विधानसभा चुनाव होना है, इसलिए विधायक को निशाना बनाया जा रहा है. हमें पूरी आशंका है कि यूपी पुलिस अपने आकाओं के कहने पर विधायक का एनकाउंटर कर सकती है. हम भी पुलिस की गाड़ी के पीछे जाएंगे, साथ ही एमपी पुलिस से भी अनुरोध किया है कि वो भी साथ में चले. बता दें कि विधायक के परिजन अपने साथ करीब 40 से 50 वाहन साथ लाए हैं, जिनमें उनके परिजन व समर्थक हैं.