शुरुआती बरसात ने खोली नगरपालिका की पोल, जगह-जगह हुआ जल-भराव.
आगर में हुई पहली बारिश से शहरवासियों को कई भारी समस्याओं से सामना करना पड़ा। वर्ष 2016 में हुए घटिया फोरलेन निर्माण में पानी की निकासी को महत्व नही दिया गया जिससे छावनी नाके पर मौजूद दुकानदारों व हाथ-ठेला व्यापारियों को काफी समस्या का सामना करना पड़ता है। नाली से पानी की निकासी नही होने के चलते कई दुकानों में अंदर तक नाली का पानी भर जाता है।
आज शहर में हुई तेज बारिश के दौरान छावनी नाके पर सड़क के किनारे स्थित दुकानों में पानी भर गया. नगरपालिका द्वारा भी शहर में पानी की निकासी की व्यवस्था पर बिल्कुल ध्यान नही दिया गया। छोटी-छोटी गलियों में जलभराव की स्तिथि निर्मित होती दिखाई दी। अगर शुरुआती बरसात में शहर के यह हाल है तो आने वाले पूरे बरसाती मौसम में क्या हाल होगा?
बारिश में तेज हवाओं के चलते पुराने कलेक्टर कार्यालय में कई वर्ष पुराना पेड़ जमीन पर धराशाई हो गया। गनीमत रही की पेड़ गिरते समय उसके नीचे कोई व्यक्ति उपस्थित नहीं था. कलेक्टर कार्यालय नई बिल्डिंग में शिफ्ट होने से यहां लोगों का आना जाना बंद हो गया है लेकिन नवीन कार्यालय में वीडियो कांफ्रेंसिंग नहीं होने से अधिकारियों का पुराने कार्यलय में वीडियो कांफ्रेंसिंग के सम्बन्ध में आना जाना लगा रहता है।
बारिश में भी चली चालानी कार्यवाही
यातायात पुलिस बारिश में भी चालानी कार्यवाही करती नजर आई। रात में जब हल्की बूंदाबांदी हो रही थी उस वक्त भी ट्रक चालकों को रोककर उन्हें बारिश में भिगोने का काम यातायात पुलिस ने किया जो काफी निंदनीय है।