दलित नाबालिग युवती से बलात्कार के मामले में पुलिस अधीक्षक के हस्तक्षेप के बाद हुआ प्रकरण दर्ज.

कानड़ थाना अंतर्गत आने वाले ग्राम चांदनगांव में 16 वर्षीय दलित नाबालिग को जान से मारने की धमकी देकर बलात्कार करने का मामला सामने आया है. जिसमें पुलिस अधीक्षक राकेश सगर के हस्तक्षेप के बाद कानड़ पुलिस ने मामले दर्ज किया है.पढ़ें पूरी खबर…

आगर-मालवा। जिले में आए दिन महिलाओं व नाबालिग से अपराध की घटनाएं सामने आ रही है और जिले में अपराधियों के हौसले भी काफी बुलंद दिखाई दे रहे है. कानड़ थाना अंतर्गत आने वाले ग्राम चांदनगांव में 16 वर्षीय दलित नाबालिग को जान से मारने की धमकी देकर बलात्कार करने का मामला सामने आया है. बलात्कार की घटना के बाद पीड़िता अपने पिता के साथ कानड़ थाने में एफआईआर दर्ज कराने गई थी लेकिन कानड़ थाना पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर कोई एफआईआर नही लिखी. जिसके बाद पीड़िता आज अपने परिवारजन के साथ पुलिस अधीक्षक के कार्यालय पहुँची.

जाने क्या है मामला

पीड़िता ने आवेदन में बताया कि वह अपने पिता को खेत पर टिफ़िन देने जा रही थी तभी रास्ते में गाँव में ही रहने वाला लखन बैरागी आया और उसके साथ जोर जबरजस्ती करने लगा व पीड़िता के मना करने पर उसे जान से मारने की धमकी देकर पास के एक संतरे के बगीचे में ले गया. जहां उसके द्वारा पीड़िता की इच्छा विरुद्ध जबरजस्ती उसके साथ बलात्कार किया गया. पीड़िता ने यह बात अपने पिता को बताई और मामले की एफआईआर कराने कानड़ थाने पहुँचे तो वहां किसी ने उनकी एक नही सुनी.

पीड़िता के परिवार को एफआईआर नही करने को लेकर अपराधी से सम्बंधित लोगों द्वारा जातिगत अपशब्द कहते हुए जान से मारने की धमकी दी जा रही है. कानड़ थाने पर सुनवाई नही होने के चलते पीड़िता अपने परिवारजन के साथ एसपी राकेश सगर से मिलने आई थी, एसपी कार्यालय पर मौजूद नही होने के चलते उन्होंने पीड़िता से दूरभाष पर चर्चा कर पूर्ण न्याय का भरोसा दिलाया है, पुलिस अधीक्षक राकेश सगर के हस्तक्षेप के बाद कानड़ पुलिस ने अपराधी युवक लखन बैरागी के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है।

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