एन.एस.यू.आई की हुई बड़ी जीत, आगर में पुनः शुरू होगा विधि महाविद्यालय, कल उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव करेंगे शुभारंभ
आगर-मालवा। आगर जिले की वर्षो पुरानी विधि महाविद्यालय की मांग अब लगभग पूरी हो गई है. कागजी कार्यवाही के बाद अब कल मध्यप्रदेश शासन के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव दोपहर 2 बजे फीता काटकर विधि महाविद्यालय का विधिवत शुभारंभ करेंगे.
भाजपा ने छीना था विधि महाविद्यालय
आगर जिला बनने से मात्र 1 वर्ष पहले यानि वर्ष 2012 में भाजपा की सरकार ने ही क्षेत्र से विधि महाविद्यालय की सौगात छीनी थी लेकिन अब फिर भाजपा की सरकार ही इस सौगात को पुनः क्षेत्र को लौटा रही हैं.
छात्र कर रहे थे मांग
विधि संकाय में रुचि रखने वाले छात्रों को अपना गृहक्षेत्र छोड़कर विधि की पढ़ाई करने के लिये उज्जैन या इंदौर का सफर तय करना पड़ता था जिसके चलते लगातार छात्र क्षेत्र में विधि महाविद्यालय खोलने की मांग कर रहे थे लेकिन अब 8 वर्ष बाद जिले को यह सौगात मिल पाई है.
अगर आगर में विधि महाविद्यालय की फिर से शुरुआत होती है तो इसका सीधा लाभ उन छात्रों को मिलेगा जो विधि संकाय में अपना करियर बनाना चाहते हैं. वर्तमान में भी क्षेत्र के ऐसे कई छात्र हैं जो आगर से बाहर आसपास के जिलों में विधि संकाय की पढ़ाई कर रहे हैं.
कहीं यह चुनावी दाव तो नही?
क्षेत्र में आने वाले दिनों में उपचुनाव होना है ऐसे में यहां कांग्रेस की स्तिथि काफी मजबूत दिखाई दे रही है और अब कुछ ही दिनों में आचार संहिता भी लागू लहोने वाली है ऐसे में कई लोग विधि महाविद्यालय के ताबड़तोड़ शुभारंभ को युवाओं के वोट रिझाने के लिए भाजपा का चुनावी दाव मान रहे है.
इसी भवन में पहले संचालित होता था विधि महाविद्यालय
जिस भवन में कल डॉ.मोहन यादव विधि महाविद्यालय का लोकार्पण करेंगे इसी भवन में बरसों से वर्ष 2012 तक विधि महाविद्यालय संचालित हुआ करता था लेकिन विधि महाविद्यालय बंद होने के बाद नेहरू महाविद्यालय नई बिल्डिंग में शिफ्ट हो गया ओर पुराने कॉलेज भवन का उपयोग कलेक्ट्रेट कार्यालय के रूप में वर्ष 2013 में किया जाने लगा क्योंकि अब कलेक्टर कार्यालय सहित जिले के कई कार्यालय संयुक्त कलेक्टर भवन में शिफ्ट हो गए ऐसे में विधि महाविद्यालय की शुरुआत एक बार फिर से उसी पुराने कॉलेज भवन में की जा रही है. जहां बरसों तक विधि महाविद्यालय संचालित होता रहा है.
एन.एस.यू.आई ने लड़ी थी लड़ाई
आगर जिले में विधि महाविद्यालय शुरू करने की लड़ाई शुरू से ही एनएसयूआई लड़ती आई है. एनएसयूआई ने कई बार आगर जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को ज्ञापन के माध्यम से विधि कॉलेज शुरू करने को लेकर अवगत कराया था.
आगर-मालवा में विधि कॉलेज की शुरुआत 1966 से हुई थी. उस समय काॅलेज प्राइवेट था. 46 साल तक नेहरू काॅलेज में इसकी पढ़ाई होती रही. वरिष्ठ अधिवक्ता स्व. गोविंद सिंह कानूनगो, स्व. नारायण दास बाहेती, बंशीधर खंडेलवाल व अन्य व्याख्याता लंबे समय तक छात्रों को पढ़ाई कराते रहे. इन तीनों अभिभाषकों के पढ़ाए छात्र आगर, सुसनेर, नलखेडा, सोयत के अलावा इंदौर, उज्जैन, भोपाल सहित प्रदेश व देश के कई शहरों में वकालात कर रहे हैं. तो कुछ जिला न्यायाधीश तक के पद पर पहुंचे. वही कई छात्र शासकीय अधिवक्ता तो कुछ एजीपी तक नियुक्त हुए.
भाजपा की छात्र विरोधी नीतियों की वजह से ही पूर्व में आगर विधि कॉलेज हटा दिया गया था, एन.एस.यू.आई ने काफी लंबे समय तक लॉ कॉलेज पुनः शुरू करने की लड़ाई लड़ी. कांग्रेस शासन आते ही हमने वरिष्ठ नेताओं से बात करके इसे पुनः शुरू करवाने की प्रक्रिया शुरू ही करवाई थी, पर लोकतंत्र के हत्यारों ने वोट से बनी सरकार नोट के दम पर गिरा दी. बड़े हर्ष की बात है आगर में विधि कॉलेज का शुभारंभ है, यह जीत एन.एस.यू.आई के सभी साथियों के साथ उन तमाम छात्रों की जीत है जिन्होंने इस संघर्ष में इस लड़ाई में एन.एस.यू.आई का साथ दिया।
सभी को बधाई
अनमोल वर्मा (विधानसभा अध्यक्ष एन.एस.यू.आई)