मध्यप्रदेश शासन की पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर के बिगड़े बोल कहा-‘क्षेत्र में तैयार हो रहे जयस जैसे देशद्रोही संघठन’

शिवराज कैबिनेट की पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि, ‘राष्ट्रभक्त वनवासियों के होते हुए भी कैसे जयस जैसे देशद्रोही संगठन हमारे क्षेत्र में पनप रहे हैं, उन्होंने आदिवासियों के संगठन जयस (जय आदिवासी युवा संगठन) को देशद्रोही तक कह दिया.

इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर के महू विधानसभा क्षेत्र में संस्कृति एवं पर्यावरण मंत्री उषा ठाकुर द्वारा महू विधानसभा क्षेत्र में आयोजित कार्यक्रम में जहां वन्य क्षेत्र के रहवासियों को पट्टों का वितरण किया गया. वहीं कार्यक्रम के दौरान मंच से मंत्री द्वारा आदिवासी संघठन को लेकर एक विवादित बयान भी दिया गया है।

पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि, ‘राष्ट्रभक्त वनवासियों के होते हुए भी कैसे जयस जैसे देशद्रोही संगठन हमारे क्षेत्र में पनप रहे हैं, उन्होंने आदिवासियों के संगठन जयस (जय आदिवासी युवा संगठन) को देशद्रोही तक कह दिया.वहीं मंत्री उषा ठाकुर के इस बयान के बाद आने वाले दिनों में जयस संगठन और मंत्री उषा ठाकुर के बीच विवाद बढ़ने की संभावनाएं जताई जा रही है.

मंत्री उषा ठाकुर ने कार्यक्रम के दौरान मंच ने कहा कि जयस जैसे संगठन आदिवासियों को उनकी मूल संस्कृति से अलग कर रहा है, और उन्हें भड़काने जैसे काम कर रहा है. मंत्री जहां वन अधिकार पट्टा वितरण कार्यक्रम के दौरान आदिवासियों को संबोधित कर रही थीं, उसी दौरान यह विवादित बयान दिया गया है. गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनाव को लेकर प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है.

जयस के प्रदेशाध्यक्ष अंतिम मुजाल्दा का कहना है कि अगर तीन दिन में मंत्री ने माफी नही मांगी तो सरकार के खिलाफ ना केवल आंदोलन किया जाएहा बल्कि एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी।

राष्ट्रीय जयस संघठन के संरक्षक हीरालाल अलावा ने लिखा कि समस्त जयस युवाओं से अनुरोध है मध्यप्रदेश सरकार की मंत्री उषा ठाकुर ने आदिवासियों की संवैधानिक लड़ाई लोकतान्त्रिक तरीके से लड़ने वाले जयस संगठन को देशद्रोही नक्सलवादी कहा है जो की भारतीय जनता पार्टी की आदिवासियों के प्रति नफतरत भरी सोच का परिणाम है। जिसका प्रत्येक गली मोहल्ले मे संवैधानिक दायरे मे रहकर विरोध होना चाहिए साथ ही आदिवासी समाज के जुड़े भारतीय जनता पार्टी के समस्त आदिवासी नेताओं से इसका स्पस्टीकरण मांगना जरुरी है क्योँकि इनकी कूटनीतिक चाल आदिवासियों को नक्सली घोषित कर आदिवासियों को ख़त्म करने की रही है जो अब सार्वजानिक रूप से आदिवासियों के लिए कही गई है ।जबकि पूरा देश जनता है जयस आदिवासियों की लड़ाई संवैधानिक तरीके चाहे विधानसभा हो चाहे कोर्ट हो के माध्यम से लड़ रहा है ऐसे मे भारतीय जनता पार्टी की मंत्री उषा ठाकुर का यह बयान बहुत ही निंदनीय है इसका राष्ट्रीय स्तर पर विरोध होना चाहिए साथ ही अपने अपने आदिवासी क्षेत्रों मे भारतीय जनता पार्टी से जुड़े समस्त आदिवासियों नेताओं से इसका स्पस्टीकर मांगना चाहिए क्या वास्तव मे सभी बीजेपी नेता आदिवासी को जयस को नक्सलवादी या देश द्रोही मानते है अगर मानते है तो किस आधार पर मानते है अन्यथा बीजेपी से जुड़े सभी आदिवासी नेताओं का भी हमें सामाजिक रूप से बहिष्कार करने का निर्णय लेना चाहिए क्योँकि देश के मूलआदिवासियों को नक्सलवाद के नाम पर खत्म करने के षड्यंत्र मे बीजेपी से जुड़े सभी आदिवासी नेता भी शामिल हो सकते है जो की आदिवासियों के अस्तित्व के लिए एक बड़ा खतरा है।

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