ईद और रक्षाबंधन को लेकर लोगों ने तोड़े कोरोना के बंधन, आगर जिले में हाथ-पर-हाथ धरे बैठा रहा प्रशासन.
जिला प्रशासन को सड़क पर बाइक सवार लोगों के चहरे पर कोरोना वायरस दिखाई देता है लेकिन आज जिले के बाजारों में त्योहारी रंग के साथ कीड़े-मकोड़ों की तरह सड़क पर लोग प्रशासन को दिखाई नही दिए.
आगर-मालवा। यातायात पुलिस द्वारा हर रोज शाम होते ही सड़क पर सिर्फ उन लोगों के खिलाफ चालानी कार्यवाही की जाती है जिनके चहरे पर मास्क लगा हुआ नही होता है, लेकिन आज जिले में ईद और रक्षाबन्धन की खरीदारी करने आए लोग जब सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना के लिए बनाए नियमों की खूब धज्जियां उड़ा रहे होते हों उस समय उन्हें रोकने-टोकने या चालान बनाने वाला कोई नही दिखता, यहां पुलिस हाईवे पर लोंगो के चालान काटती रह गई और शहर में यातायात व्यवस्था को भगवान के भरोसे छोड़ दिया, आज जिला मुख्यालय सहित सुसनेर, सोयत ,नलखेड़ा, कानड़ और बडौद के बाजारों के दृश्य देखकर ऐसा लग रहा था मानो कोरोना सिर्फ एक सपना है…..
हर रोज जिले में कोरोना के नए मामले सामने आ रहे है जल्द ही आगर जिले में कोरोना अपना शतक लगाने वाला है, अगर जिला प्रशासन का रवैय्या इसी तरह लापरवाही पूर्वक रहा तो कोरोना को लेकर हालात बेकाबू हो सकते हैं।
आज भी जिला मुख्यालय के व्यस्ततम इलाके बस स्टैंड से 1 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिला हैं, वहीं जिले के कानड़ से 1 और बडौद क्षेत्र के ग्राम ढाबला खाम से 2 कोरोना मरीज सामने आए हैं, अब जिले में 91 संक्रमित मरीज मिल चुके है. इससे आप अंदाजा लगा सकते है कि शहर में कोरोना की क्या स्तिथि होगी.