मोहन बड़ोदिया में विद्युत वितरण कंपनी के भ्रष्टाचार की नई कहानी, जहां कोई रहता नहीं उस घर में थमा दिया 29013 रुपए का बिजली बिल.
मोहन बड़ोदिया.
विद्युत वितरण कम्पनी (MPEB) द्वारा एक शिक्षक जो मोहन-बड़ोदिया में निवास करते है, उनके गृहग्राम बरनावद के घर 29013 रुपए का बिल थामा दिया गया. शिक्षक गोरेलाल सूर्यवंशी बताते है कि 2015 में उनकी माता जी के देहांत के बाद से गृहग्राम बरनावद में उनके निवास पर कोई नही रहता है. उन्होंने वर्ष 2015 में MPEB को आवेदन देकर बिजली कनेक्शन काटने की मांग की थी लेकिन उनके आवेदन पर कोई कार्यवाही नही हुई और अब आखिर में 5 साल बाद उन्हें 29013 रुपए का बिजली बिल विद्युत वितरण कम्पनी द्वारा थमाया गया है।
शिक्षक गोरेलाल बताते है कि M.P.E.B. (Mohan badodiya)द्वारा मुझे दिया गया वसूली नोटिस जो रुपए ₹29013 का है जो मुझे 13 मार्च 2020 को मिला और में 16 मार्च 2020 को जमा करने गया तो मुझे थमाया गया ₹29474 का बिल.
जब मैंने ₹29474 के रुपए खुल्ले नहीं होने पर ₹29500 दिए तो मुझे ₹29475 की रसीद बनाकर ₹25 वापस दे दिए।
जबकि नोटिस के अनुसार मुझसे मात्र ₹29013 ही लेना चाहिए था।
गोरेलाल सुर्यवंशी ने दि टेलीग्राम से चर्चा में बताया कि विद्युत वितरण कंपनी द्वारा इस प्रकार उपभोक्ताओं को लूटा जा रहा है, और जब सूचना के अधिकार में जानकारी मांगी जाती है तो उन्हें गोलमोल जानकारी दी जाती है।
इस प्रकार तो सूचना के अधिकार का कोई मतलब नहीं निकल रहा।
मैं जानकारी से असंतुष्ट हूं। अपीली कार्यालय में अपील करूंगा।