बैन चीनी एप्स क्यों हो रहे हैं डाउनलोड?


दमोह। केंद्र सरकार ने भले ही चीनी एप्स को बैन करके वाहवाही लूट ली हो लेकिन असल में यह एप्स अभी भी गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद है। जो न केवल प्ले स्टोर में दिख रहे हैं बल्कि डाउनलोड भी हो रहे हैं।
पिछले दिनों केंद्र सरकार ने चीन एवं भारत के बीच चल रहे विवाद के दौरान भारतीय सैनिकों की हत्या के बाद 56 चीनी एप्स को बैन कर दिया था। जिसके बाद यह माने जाने लगा था कि लोकल फॉर वोकल को सपोर्ट मिलेगा। लोगों ने भी चीनी उत्पादों एवं चीनी एप्स का पूरी तरह बहिष्कार कर बाकायदा मुहिम भी छेड़ी थी। सोशल मीडिया पर भी जोर शोर से चीनी उत्पादों के बहिष्कार की मुहिम अभी भी चल रही है। लेकिन इन सबके बीच एक चौंकाने वाली बात सामने आई है क्या सच में सरकार ने चीनी एप्स को पूरी तरह बैन कर दिया है ?

यह सवाल अब भी लोगों के जेहन में खटक रहा है। हम आपको बता दें कि सरकार ने भले ही चीनी एप्स को प्रतिबंधित कर दिया हो लेकिन भारत में यह एप्स अभी भी बेरोकटोक चल रहे हैं चीनी एप्स को पसंद करने वाले लोग उन्हें डाउनलोड कर रहे हैं । गूगल प्ले स्टोर पर आप पाएंगे कि सभी चीनी एप्स न केवल दिख रहे हैं बल्कि वह डाउनलोड भी हो रहे हैं। कुछ फेमस चीनी एप्स जैसे टिक टॉक, एक्स जेंडर, विवो चैट, शेयर चैट, शेयर इट, यूसी ब्राउजर, मिनी ब्राउजर, ओपेरा मिनी, इंग्लिश हिंदी ट्रांसलेटर, चीनी हिंदी ट्रांसलेटर ,चीनी इंग्लिश ट्रांसलेटर, स्पीक चाइनीज, हेलो चाइनीज, चाइनीज राइटर, लर्न चाइनीस, चाइनीस कीबोर्ड ,उर्दू चाइनीज ट्रांसलेटर, चाइना वॉलपेपर, ड्राइव चाइना, चाइनीस चेकर सहित सभी 56 एप्स गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है। इस मामले में होना तो यह चाहिए था कि सरकार ने जैसे ही इन एप्स को बैन किया था उसी समय गूगल प्ले स्टोर से इन्हें हटाने की कार्यवाही भी तुरंत करना चाहिए थी।

मालूम हो कि सरकार ने दो दिन पहले ही 47 और चायनीज एप्स को बैन कर दिया है। इस तरह सरकार ने कुल 103 चाइनीस एप्स को बैन किया है। उसके बाद भी धड़ल्ले से गूगल प्ले स्टोर से चाइनीस एप्स को डाउनलोड किया जा रहा है। लोगों के मन में अभी भी यह प्रश्न पढ़ रहा है क्या सरकार ने आम जन की भावनाओं के साथ कहीं खिलवाड़ तो नहीं किया एप्स बैन होने के बाद आखिर गूगल प्ले स्टोर पर क्यों देख रहे हैं और डाउनलोड किस तरह हो रहे हैं।

दमोह से शंकर दुबे की रिपोर्ट

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