ये अंधविश्वास पड़ेगा भारी! गुना में कोरोना से बचने के लिए गड्ढे में भरा गंदा पानी पी रहे ग्रामीण

गुना। मध्यप्रदेश सरकार इन दिनों लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक करने में असमर्थ दिखाई दे रही है. इसी बात का नतीजा है कि प्रदेश के कई इलाकों में अब अंधविश्वास फैल गया है और लोग कोरोना को खत्म करने के लिए नए-नए टोटके कर रहे हैं. ऐसा ही एक भयानक और शरीर के लिए नुकसानदायक टोटका गुना के ग्रामीण क्षेत्र में हो रहा है.

मध्यप्रदेश के बमोरी ब्लॉक के जोहरी गांव में कुछ ऐसा ही हो रहा है. कोरोना से भयभीत ग्रामीण एक सूखी हुई नदी के गड्ढे से निकल रहा गंदा पानी पी रहे हैं. अफवाह फैलाई गई है कि इस पानी को पीने से कोरोना नहीं होगा.

मध्यप्रदेश के गुना जिले के बमोरी ब्लॉक के जोहरी गांव के पास से गुजरने वाली बरनी नदी 2-3 महीनों से सूखी पड़ी है. इस तरह की नदियों में मिट्टी के नीचे छोटे-छोटे जल भंडार होते हैं परंतु इनका पानी बिल्कुल भी पीने योग्य नहीं होता. कुछ दिन पहले किसी शरारती शख्स ने छोटा सा गड्ढा खोदकर सूखी नदी में पानी निकाल लिया. इसके बाद अफवाह फैला दी गई कि चमत्कार हुआ है, इस पानी को पीने से किसी को भी कोरोना का संक्रमण नहीं होगा. यानी की यह पानी कोरोना के खिलाफ वैक्सीन का काम करेगा. इतना ही नही, यह भी कहा जा रहा है कि किसी भी कोरोना संक्रमित व्यक्ति को यह पानी पिलाने से वह ठीक हो जाता है.

आज कल ग्रामीण भी स्मार्टफोन का उपयोग करते हैं. अफवाह को फैलने में वक्त नहीं लगा. बड़ी संख्या में लोग नदी पर पानी पीने के लिए आ रहे हैं. नदी के अंदर कई गड्ढे बना दिए गए हैं. हल्का पटवारी महेंद्र सिंह धाकड़ का कहना है कि वह लोगों को समझा समझा कर थक गए है. लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं है. मामला जिला मुख्यालय तक पहुंच गया है. ग्रामीण क्षेत्र में काम करने वाले शासकीय कर्मचारियों को डर है कि कहीं सूख चुकी नदी के भीतर से निकलने वाला पानी जो देखने में काला नजर आ रहा है, पीने से ग्रामीणों को कोई नई बीमारी ना हो जाए.

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