मध्यप्रदेश में नही लगेगा लॉकडाउन, स्कूल-कॉलेज भी नही खुलेंगे, बैठक में मुख्यमंत्री ने लिया फैसला
कोरोना समीक्षा बैठक के दौरान सीएम शिवराज ने सभी अटकलों पर विराम लगा दिया. सीएम शिवराज ने बैठक में फैसला लेते हुए कहा कि फिलहाल प्रदेश में लॉकडाउन नहीं लगेगा. इसके साथ ही प्रदेश में स्कूल और कॉलेज अभी भी बंद रहेंगे. समीक्षा बैठक में निर्णय लिया गया है कि अब मास्क पहनना राज्य में अनिवार्य होगा.
भोपाल। सर्दी बढ़ने के साथ ही कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी होना शुरू हो गई है. कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सिंह चौहान ने मंत्रालय में समीक्षा बैठक की. मुख्यमंत्री ने साफ कर दिया है कि, प्रदेश में लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा. कोरोना वायरस को देखते हुए मुख्यमंत्री ने स्कूल कॉलेज खोले जाने की चर्चाओं पर भी विराम लगा दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि, अभी स्कूल- कॉलेज नहीं खोले जाएंगे.
जहां ज्यादा केस, वहां नाइट कर्फ्यू लगाया जाएगा
मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा बैठक में कहा, कोरोना अभी गया नहीं है. मौसम बदलते समय ये चुनौती और बड़ी हो सकती है, इसलिए सावधानी बरतें और दिशा निर्देशों का पालन करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि, लोगों को कोरोना गाइडलाइन का पालन कराया जाए और इसका पालन ना करने वालों के खिलाफ जुर्माने की कार्रवाई की जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि, प्रदेश में अभी स्कूल और कॉलेज नहीं खोले जाएंगे. समीक्षा बैठक में सीएम ने निर्देश दिया कि, जहां पांच फीसदी से ज्यादा पॉजिटिविटी रेट हैं, वहां नाइट कर्फ्यू लगाया जाए.
पांच जिलों में रहेगा रात का कर्फ्यू
कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते सरकार ने 5 शहरों में नाइट कर्फ्यू और पाबंंदियां लागू करने का फैसला किया है. इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, रतलाम और विदिशा में शनिवार यानी 21 नवंबर से हर दिन रात 10 से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू रहेगा.
22 नवंबर तक जिलों से बुलाई रिपोर्ट
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा है कि सभी जिले के कलेक्टर 21 नवंबर को जिला क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक करें और 22 नवंबर तक विवाह, सामाजिक कार्यक्रमों में उपस्थिति की अधिकतम सीमा और जिले में कौन-कौन से कंटेनमेंट जोन बनाए जाएंगे इसका प्रस्ताव राज्य शासन को भेजें.
सीएम ने बुलाई थी समीक्षा बैठक
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना की समीक्षा के लिए बैठक बुलाई थी. बैठक में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी भी मौजूद रहें. जिसमें ये निर्णय लिया गया है कि, प्रदेश में लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा. मुख्य सचिव के साथ मंत्रालय में पदस्थ वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे.
भोपाल ने इंदौर को छोड़ा पीछे
भोपाल में कोरोना के केस इंदौर से ज्यादा निकल रहे हैं. शुक्रवार को इंदौर में 313 कोरोना के मरीज सामने आए, जबकि भोपाल में 378 कोरोना संक्रमित मिले. इसी तरह ग्वालियर में 96, जबलपुर में 58 कोरोना केस निकले हैं. वही प्रदेश भर में 1528 कोरोना के मामले सामने आए हैं, जबकि 917 लोग स्वस्थ होकर घर लौटे हैं. नौ लोगों की कोरोना से मौत हो गई है.