सुसनेर का युवा अपने टेलेंट से देश में मचा रहा धुम, शौक ऐसा की सरकारी नोकरी भी ठुकरा दी, कई राज्यों के साथ 200 से भी अधिक महानगरों में दी लाइव पफारमेंस
रेप सॉन्ग, गजल और कविता पाठ में लगातार सफलता के शिखर पर पहुंच रहे 27 साल के शुभम राठौर
राकेश बिकुन्दिया, सुसनेर। शहर का एक ऐसा युवा जो हनीसिंह के जेसे रेप सॉन्ग गाता है। पोईट्री सुनाता है, खूद गजल व रेप सॉन्ग लिखता है। इस अनोखे अंदाज ने इन्है एक छोटे से शहर से लेकर महानगरो में पहचान दिला दी है। सुसनेर में भले ही इन्हे लोग शुभम राठौर के नाम से जानते है किन्तु इन्है मध्यप्रदेश के अलावा गुजरात, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली, हरीयाणा समेत कई राज्यो के इंदौर, भोपाल, पुष्पकर, सुरत, बाडोली, जयपुर, समेत 200 से भी अधिक महानगरो में लोग एसडीआर के नाम से जानते है। जहां पर ये अपने कार्यक्रम के दोरान लाइव पफारमेंस दे चुके है। एसडीआर जिसका फूल फार्म है शुभम दिनेश राठौर। खास बात यह है की शुभम अपने टेंलेंट के दम पर सुसनेर से बाहर तो निकल गए किन्तु अपने पिता का नाम आज भी उन्होने अपने साथ जोडे रखा है। जो की हमारी भारतीय संस्कृति के संस्कारो को दर्शाता है। इन्होने डायलिसिस टैक्निशियान की पढाई की है जिसके चलते इन्है सरकारी नोकरी का अवसर भी मिला किन्तु शौक ऐसा की उसे ठुकरा दिया और आज अपनी हॉबिस के अनुरूप वे इस अनोखी फिल्ड में मुकाम हासिल कर चुके है। आईआईटी इंदौर, आईआईएम इंदौर व एनआईटी भोपाल में भी वे अपनी प्रतिभा दिखा चुके है। शुभम का कहना है की आज के आधुनिक युग को देखते हुएं उन्होने अपनी अलग पहचान बनाने के लिए भीड भाले वाले क्षेत्रो को छोडकर एक अलग ही क्षेत्र चुना। जिसमें उन्होने काफी मेहनत की और आज वे धीरे-धीरे सफलता के पायदान एक-एक करके हासिल करते जा रहे है। हाल ही में मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित जश्न ए अल्फाज़ की तरफ से हुई काव्य प्रतियोगिता में वे विजेता रहे। उर्दू एकेडमी भोपाल द्वारा आयोजित जश्ने उर्दू कार्यक्रम में शामिल होकर उन्होने यह सम्मान हासिल किया। वे अभी तक संगीत और कला से जुड़े 200 मंचों पर अपने हुनर का प्रदर्शन कर चुके हैं। हर जगह पर शुभम और वेद की जोड़ी इसमें ख़ास आकर्षण रहती है।
स्वच्छता के क्षेत्र में इंदौर के महापौर से हुएं सम्मानित
पिछले कई वर्षो से स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर नम्बर वन बनता आया है। और इसमें हमारे सुसनेर के युवा शुभम राठौर ने भी अपने हुनर के माध्यम से योगदान दिया। जिसके चलते वे इंदौर के महापौर द्वारा स्वच्छता भारत मिशन के अन्तर्गत सम्मानित भी किया गया।
प्रदेश की पहली रेप साँग एल्बम में 7 गाने शामिल
शुभम ने बताया की मध्यप्रदेश की पहली रैप सॉन्ग एल्बम “कलंक द स्टेन ऑफ इंक” लांच हुई है। जिसमें उनके 7 गाने शामिल हैं। इसी कलंक को अमेरिका की एक मैगज़ीन रोलिंग स्टोन के आर्टिकल में भी स्थान दिया गया है। शुभम कहते है कि 12 साल की उम्र से ही उन्हे कविताएं लिखने का शोक भा गया था। जो आज भी जारी है।
बाडमेंर में पद्मश्री अनवर खांन बईया से मिलाया था सुर
इंदौर से बाइक पर गायक वेद और रैपर शुभम बाड़मेर के पद्मश्री अनवर खान बईया के घर भी पहुंच थे। उन्होंने उनके साथ सुर से सुर मिलाया। दोनों युवा अपनी गिटार के साथ में खड़ताल और ढोलक की थाप मिलाते नजर आए थे। यहां कई देशों की यात्राएं कर चुके पद्मश्री अनवर खान बईया और कई ख्याति नाम लोक कलाकारों ने भी इनका खूब साथ दिया। रैपर शुभम बताते हैं कि आज का युवा जहां संगीत को लेकर बहुत ज्यादा संवेदनशील है। गायक वेद बताते है कि संगीत के प्रशंसक संगीत की हर विधा में अपने लिए अच्छा संगीत ढूंढ ही लेते हैं। उनकी यात्रा कुछ ऐसे अच्छे संगीत की जिज्ञासा में है, इसको लेकर वह राजस्थान में भी घूम भ्रमण कर चुके है।