जल्द ही गुना मामले में किसान दंपति से मिलने आ सकते है भीम आर्मी चीफ चन्द्रशेखर आजाद.
मेहनत से खड़ी की फसल पर अपनी आंखों के सामने जेसीबी चलता देख दलित दंपति ने जहर खाकर खुदकुशी करने की कोशिश की थी और दोनों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
इस घटना का वीडियो वायरल हुआ था जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ ली. विपक्ष में बैठी कांग्रेस ने भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए कई तंज कसे और शिवराज के राज में मध्यप्रदेश को जंगलराज तक कि उपाधि दे डाली.
इस मामले में पीड़ित परिवार से मिलने भीम आर्मी चीफ चन्द्रशेखर आजाद गुना पहुचेंगे. इस बात की जानकारी खुद चन्द्रशेखर आजाद ने ट्वीट कर दी. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि जल्द ही पीड़ित परिवार से मिलने गुना आऊंगा। मैं अपने लोगों पर जुल्म होता देख खामोश नहीं बैठ सकता हूँ। दलितों पर वर्दी का रौब अब खत्म होना चाहिए। भीम आर्मी व आजाद समाज पार्टी के साथी पीड़ित परिवार की हरसंभव मदद करें।
यह है मामला.
मामला गुना जिले के कैंट थाने के जगनपुर चक का है। माता-पिता के जहर खाकर गिरने के बाद मासूम बच्चे बिलख-बिलख कर रो पड़े जिसे देखकर सभी के रोंगटे खड़े हो गए। जिस जमीन से अतिक्रमण हटाया जाना था वो मॉडल कॉलेज के लिए चयनित है। इस जमीन पर एक दलित परिवार किसानी करता है। प्रशासन से परिवार ने हाथ जोड़कर गुहार लगाई कि फसल कट जाने तक कार्रवाई न करें लेकिन जब प्रशासनिक टीम नहीं मानी तो दलित पति-पत्नी ने घर की झोपड़ी में ही रखी कीटनाशक पी लिया।
दलित परिवार की दर्दभरी दास्तां.
दलित राजू ने अतिक्रमण हटाने पहुंचे अधिकारियों से गुहार लगाते हुए ये तक कहा कि साहब मैं गरीब आदमी हूं, मुझ पर तीन लाख रुपए का कर्जा है, 6 छोटे-छोटे बच्चे हैं, कर्ज को पटाने के लिए मैं बटाई पर जमीन लेकर खेती कर रहा हूं। मुझे खेती कर लेने दीजिए, नहीं तो मेरे परिवार को जहर दे दीजिए।