पूर्णिया: मुस्लिम समुदाय की भीड़ ने महादलितों की बस्ती में लगाई आग, 14 घर जलकर हुए खाक, 1 व्यक्ति की हुई मौत
पूर्णिया। बिहार के पूर्णिया जिले के अंतर्गत बायसी थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले मझुवा गांव में सैकड़ों मुस्लिम लोगों की भीड़ ने महादलित बस्ती में जमकर आतंक मचाया. देर रात उग्र भीड़ ने महादलित बस्ती में घुसकर पूरी बस्ती में आग लगा दी. जिसमें करीब 13 घर जलकर राख हो गए है. जब भीड़ में शामिल हैवानों का दिल आशियानों में आग लगाने से भी नहीं भरा तो उन्होंने पूर्व चौकीदार नेवालाल राय की पीट-पीटकर बेरहमी से हत्या कर दी. इतना सब करने के बाद भीड़ ने महादलितों की बस्ती में घुसकर महिलाओं के साथ भी मारपीट और अभद्रता की. जिसमें लगभग 10 महिलाओं को गंभीर चोट आई है. जिन्हें उपचार के लिए बायसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
वहीं घटना की जानकारी लगते ही बायसी के SDM अमरेंद्र कुमार पंकज, SDOP, बायसी थाना प्रभारी अमित कुमार सहित कई थाने का पुलिस बल मौके पर पहुँचा और फायर ब्रिगेड की मदद से आग पर काबू पाया. पीड़ितों ने बताया कि आसपास के कई गांवों से सैकड़ों लोगों ने आकर रात के 11 बजे उनकी बस्ती पर अचानक हमला कर दिया और घरों को आग के हवाले कर दिया. इस दौरान भीड़ में शामिल लोगों ने उनके घरों में घुसकर महिलाओं के साथ भी अश्लील हरकत की और उन्हें जमकर पीटा. बस्ती में रहने वाली महिलाओं के शरीर पर जख्म के निशान साफ दिख रहे हैं.
चौकीदार भरत राय ने इस ने इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि जिस वक्त यह सब घटना घटित हो रही थी तब मौके पर उनके साथ एक और साथी दिनेश राय मौजूद थे. उन्होंने बताया कि दिन में थोड़ी बहुत हाथापाई हुई थी, जिसके बाद मौके पर प्रशासनिक अधिकारियों ने आकर समझाइश देकर मामला शांत करवा दिया था, लेकिन रात 11:30 बजे लगभग 150 की संख्या में कई गाँवों से भीड़ बस्ती में पहुँची. यह भीड़ पूर्व, उत्तर और दक्षिण, तीनों दिशाओं से आकर वहाँ पर इकट्ठा हुई थी.
भरत राय के कहे अनुसार, सबके हाथ में पेट्रोल के डिब्बे थें.वे आगे बढ़ते हुए घरों पर पेट्रोल डालते गए और आग लगाते गए. इस समय जब पुरूष घर से निकल कर भागने लगे तो उन्हें खींच-खींच कर भीड़ मारने लगी. आरोपियों के हाथों में तलवार, फरसा, बलम, लाठी-डंडे, पेट्रोल और मोटरसाइकल वाला चेन भी था. मोटरसाइकिल में लगने वाली चेन से भी कई लोगों को घायल किया गया है.
भरत राय बताते है कि काफी बेरहमी से लोगों को मारा गया है. इसमें पूर्व चौकीदार की मृत्यु हो गई और लगभग 20-25 लोग जख्मी हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है.
चौकीदार भरत राय ने बताया कि जो लोग बस्ती पर हमला करने आए थे, वो मुस्लिम समुदाय के थे. वे बताते है की रिजवी, शाकिद और इलियास का यह व्यक्तिगत मामला था. बाकी लोग उसके समर्थन में बस इसलिए आए थे, क्योंकि वह मुसलमान है. पूरी भीड़ मुस्लिम समुदाय की मदद करने के लिए आई थी. यही तीन लोग बाकी अन्य लोगों को भड़का कर लाए थे. उन्होंने बताया कि प्रशासन दलितों के पक्ष में है. उन्हें मुआवजा दिया गया है और फिर से दिया जाएगा.
घटना को लेकर भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि बिहार, पूर्णिया में भीड़ द्वारा महादलितों की बस्ती में आगजनी की घटना जातीय क्रूरता का जीता जागता उदाहरण है. एक की मौत हो गई और 13 घर जलकर राख हो गए. जहां भाजपा सरकार है, वहाँ दलितों का दमन चरम पर है. दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाए. दोषी बचने नहीं चाहिए.