नितिन मोहन डेहरिया को पत्रकारिता में पीएचडी की उपाधि

इंदौर। युवा समाजसेवी और प्रखर वक्ता के रूप में पूरे मध्यप्रदेश में प्रसिद्ध नितिन मोहन डेहरिया ने पत्रकारिता के क्षेत्र में अपना शोध पूर्ण कर पीएचडी की उपाधि प्राप्त की है। उन्होंने यह शोध कार्य रेनेसा विश्वविद्यालय, इंदौर के अंतर्गत पूरा किया।
नितिन का शोध विषय “महाकौशल क्षेत्र में युवा उद्यमिता के प्रोत्साहन में मीडिया की भूमिका” रहा। इस विषय पर पीएचडी करने वाले वे महाकौशल संभाग के पहले शोधार्थी बने।
अपनी सफलता का श्रेय नितिन ने अपने माता–पिता श्रीमती पुष्पा और श्री मोहन डेहरिया को दिया। उन्होंने कहा कि —
“मेरे पिता का सपना और मेरी माँ का प्रण था कि मैं पीएचडी की उपलब्धि हासिल करूँ। कठिन संघर्षों के बावजूद उन्होंने मुझे हमेशा प्रोत्साहित किया। इसके साथ ही मेरे जीवन के कुछ महत्वपूर्ण लोग भी हैं जिन्होंने पर्दे के पीछे से निरंतर सहयोग दिया।”
नितिन मूलतः छिंदवाड़ा के निवासी हैं। वे लंबे समय तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े रहे और इंदौर में छात्र राजनीति में सक्रिय रहते हुए अनेक आंदोलनों एवं छात्रावासों के मुद्दों पर कार्य किया। अपने कुशल वक्तृत्व और लेखन के कारण वे लगातार सुर्खियों में बने रहे।
पूर्व में उन्होंने ‘युवार्थ’ नामक पुस्तक लिखी, जो युवाओं के बीच विशेष रूप से लोकप्रिय हुई। वर्ष 2019 में वे दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय युवा संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष जिले का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। इसके बाद से वे राज्य के राजनीतिक गलियारों में चर्चित रहे। वर्तमान में नितिन भाजपा की सामाजिक राजनीति में बिना पद के भी लगातार चार वर्षों से सक्रिय हैं और विभिन्न कार्यक्रमों में योगदान दे रहे हैं।
नितिन ने बताया कि अपने शोध से निकले निष्कर्ष और सुझाव वे राज्य शासन एवं प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव को प्रेषित करेंगे, ताकि प्रदेश में युवा उद्यमिता के विकास को नई दिशा मिल सके।