बेहोश थी पुलिस, चौकी से चन्दन का पेड़ चुरा ले गए चोर.
“जो पुलिस अपनी चौकी की रक्षा करने में असक्षम है, उससे आमजन क्या उम्मीद लगा सकते है”
पुलिस को आम जनता का सुरक्षा कवच माना जाता है और आमजन भी पुलिस पर काफी विश्वास जताते है लेकिन आज हम आपको एक ऐसी घटना के बारे में बताएंगे जिससे पुलिस की नाकामी आपके सामने आएगी.
आगर-मालवा.
जिला मुख्यालय से करीब 25 किमी दूर कोतवाली थाने के पीछे पिपलोन चौकी में आधा दर्जन चदंन पेड़ खड़े है लेकिन वहा पदस्थ पुलिसकर्मी उनकी सुरक्षा करने में असफल रहे।
चौकी प्रभारी के कक्ष के ठीक पीछे से चोरों ने चन्दन का एक बड़ा पेड़ उड़ा दिया. अब इसे पिपलोन पुलिस की लापरवाही कहे या चोरों के साथ मिलीभगत लेकिन चोरों ने चौकी से चन्दन का पेड़ चुरा कर यह सिद्ध कर दिया कि पुलिस उनके सामने कुछ नही है।
इतना ही नही पुलिस द्वारा चन्दन के पेड़ के कटे हुए तने को ढंककर छुपाने की पूरी नाकाम कोशिश की गई. लेकिन दि टेलीग्राम के कैमरे से यह छुप नहीं पाया. इस मामले में अभी तक पुलिस को कोई सुराग हासिल नही हो पाया है. नियम अनुसार तत्काल अपराध की सूचना पुलिस को देने की अपील की जाती है, लेकिन चन्दन चोरी के इस मामले में अब तक कोई fir दर्ज नही करवाया जाना पुलिस की कार्यप्रणाली पर कई बड़े सवाल खड़े करता है।
उक्त घटना तब हुई जब पिपलोन चौकी का प्रभार उपनिरीक्षक जोरावर सिंह के पास था. आश्चर्य करने वाली बात तो यह है की जो उपनिरीक्षक पिपलोन चौकी में खड़े चन्दन के पेड़ की सुरक्षा नही कर पाया उसे ताबड़तोड़ जिले के बडौद थाने का प्रभारी बना दिया गया।
पुलिस विभाग के आला अधिकारियों द्वारा इस तरह लापरवाह अधिकारी पर की गई मेहरबानी चर्चा का विषय बनी हुई है. जब इस सम्बंध में एसडीओपी ज्योति उमठ से बात की गई तो उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी मिली है. इस मामले में जांच की जाएगी.