एम-शिक्षा मित्र एप● ऑनलाइन हाजिरी भरने से बच रहे शाला प्रमुख, जिला अधिकारियों को भी नही है इस बात की जानकारी
जिले के स्कूलों में 50 हजार से ज्यादा विद्यार्थी
किसी को ओटीपी की समस्या तो कही शाला प्रमुख की अनुपस्थिति से इस तरह के हालात हो रहे निर्मित
विजय बागड़ी, आगर-मालवा। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा 11 अक्टूबर से सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षक व विद्यार्थियों की हाजिरी एम शिक्षा मित्र एप के माध्यम से ऑनलाइन भरने के आदेश जारी किए गए हैं लेकिन हकीकत यह है कि राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा जारी किए गए निर्देशों के बाद भी स्कूलों के प्रधानाध्यापक अपने शिक्षक व विद्यार्थियों की हाजिरी भरने से बच रहे हैं और खास बात यह है कि ऑनलाइन भरी जाने वाली हाजिरी की जानकारी भी जिला मुख्यालय पर बैठे शिक्षा विभाग के अधिकारियों को तक नहीं है। इस वजह से अधिकारियों को पता नहीं चल पा रहा है कि कौन से स्कूल के प्राचार्य हाजिरी भर रहे हैं और कौन से स्कूल के नहीं।
दरअसल, एम शिक्षा मित्र एप पर केवल शाला के प्राचार्य ही स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों व पढ़ाने वाले शिक्षकों की उपस्थिति दर्ज करवा सकते हैं लेकिन अगर प्राचार्य ही स्कूल में अनुपस्थित हुए तो उस दिन बच्चों व शिक्षकों की उपस्थिति नहीं लग पाएगी लेकिन प्राचार्य की अनुपस्थिति भी तब पता लगेगी जब जिला शिक्षा केंद्र पर बैठे अधिकारियों को किस शाला की ऑनलाइन हाजिरी लग रही है इस बात का पता होगा। जिले के प्राथमिक, मिडिल, हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी में पढ़ने वाले करीब 50 हजार से ज्यादा विद्यार्थी है और इन्हें पढ़ाने के लिए करीब तीन हजार से ज्यादा शिक्षक हैं। शुरुआत में करीब 10 फीसदी स्कूलों में ही ऑनलाइन हाजिरी भरी जा रही थी लेकिन अब यह काम भी नहीं हो रहा है क्योंकि एम शिक्षा मित्र एप ऑनलाइन चलता है और ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्क की समस्याओं के कारण कई बार ओटीपी नहीं आता इसलिए ऑनलाइन अटेंडेंस नहीं भरी जा रही है वही कई दफा लापरवाही भी इसका एक कारण हो सकती है।
-यह आ रही समस्या
ऑनलाइन हाजरी ई-अटेंडेंस सिस्टम में कई शाला प्राचार्यो को परेशानियां आ रही है। कई स्कूल ऐसे जहां नेटवर्क नहीं आ रहे है। इसके साथ ही कई ऐसे है जहां एम शिक्षा मित्र एप्लीकेशन में एरिया दूरी पर बता रहा है। शिक्षकों के मोबाइल पर ओटीपी की समस्या भी बढ़ रही है। जिसके कारण सैकड़ों शिक्षकों की ऑनलाइन हाजरी नहीं लग पा रही है।
●शासकीय विद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों की संख्या ब्लॉक के अनुसार,
प्राथमिक विद्यालय
आगर: 8733
बडौद: 8402
सूसनेर: 5689
नलखेड़ा: 4475
मिडिल विद्यालय:
आगर: 5435
बडौद: 5089
नलखेड़ा: 2934
सूसनेर: 3341
हाई स्कूल और हायर सेकंडरी:
आगर: 5047
बडौद: 3788
नलखेड़ा: 3028
सूसनेर: 3271
“एम शिक्षा मित्र एप पर शाला प्राचार्य ही हाजिरी भर सकते हैं, वही नेटवर्क की समस्या के कारण भी कई शिक्षक ऑनलाइन अटेंडेंस नहीं लगा पा रहे हैं। हमने भोपाल से शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित की गई वीसी में भी इस समस्या को बताया है और उन से अनुरोध किया है कि इस शिक्षामित्र एप पर कक्षा अध्यापक अटेंडेंस लगा सके ऐसा विकल्प दिया जाए ताकि प्राचार्य पर अटेंडेंस के लिए निर्भर न रहना पड़े और कक्षा अध्यापक ही अपनी कक्षा की अटेंडेंस लगा दे। -गंगाराम मेवाड़ा (सहायक परियोजना समन्वयक, जिला शिक्षा केन्द्र, आगर)