देविका ने कोरोना को कैसे हराया ? पढे पुरी खबर दि टेलीग्राम पर..
भोपाल की देविका गजभिये ने साबित किया है कि जागरूक रहकर कोरोना को हरा सकते है। देविका ने बताया कि उन्होंने बुखार आने पर तुरन्त जय प्रकाश अस्पताल में जाकर जाँच करायी। बता दे प्रियदर्शिनी नगर की 23 वर्षीय देविका को गत 4 जून को घर पर बुखार सा महसूस हुआ। घर पर बुखार की कोई दवाई-गोली ना लेते हुए उन्होंने तुरंत शासकीय जय प्रकाश अस्पताल में जाकर अपनी जांच कराई और उनका वहाँ सैंपल लिया गया.
सात जून को कोरोना पॉजिटिव आने पर उन्हें हमीदिया अस्पताल भर्ती किया गया। उनके साथ उनकी 55 वर्षीय मां सुशीला मेश्राम और 39 वर्षीय भाई अरविंद मेश्राम भी कोरोना पॉजिटिव आए अब इन तीनों का सफल इलाज हमीदिया अस्पताल में हुआ।
इन तीनों ने चर्चा में बताया कि हमीदिया अस्पताल में उनका उनके परिवार से बढ़कर ख्याल रखा गया है। डॉक्टर, नर्स, मेडिकल स्टाफ और सफाई कर्मी जिनका वह नाम तक नहीं जानते, उन्होंने समर्पण और सेवा भाव से सबकी देखभाल की। दवाइयों के साथ-साथ यहां उनका हौसला और मनोबल बढ़ाया गया. कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूकता ने आज उनके परिवार को कोरोना संक्रमण से बचा लिया।
देविका ने सभी राज्यवासियों से अनुरोध किया है कि सार्वजनिक स्थानों पर हमेशा मास्क का उपयोग करें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। बिना जरूरत के बाहर निकलने और बाहर का खाना खाने से बचें। घर पर रहकर अपना इलाज ना करें और ना ही जांच कराने से डरे. बुखार, गले में दर्द, सर्दी, खांसी जैसे लक्षण होने पर तुरन्त समीप के फीवर क्लीनिक या शासकीय अस्पताल में जाकर अपनी जांच कराएं. आपकी जांच ही कोरोना से लड़ाई में पहला कदम है। कोरोना से घबराए नहीं क्योंकि इसका इलाज संभव है।