ग्राम पंचायत अरनियाकलां के विशाल उपाध्याय ने 63 मस्टरों पर कर लिए सचिव के फर्जी हस्ताक्षर
अविनाश सिंह(शुजालपुर)
ग्राम पंचायत अरनियाकलां के विकास कार्यो में धनराशि का भारी अपव्यय हुआ या यूं कहें भारी भ्रष्टाचार हुआ। चाहें पंच परमेश्वर योजना के तहत हो या फिर मनरेगा के तहत कार्य हो अंदाजा नही लगाया जा सकता है की ग्राम पंचायत को प्राप्त राशि से कैसे खुद का घर भरा गया है।
●फर्जी बिल बनाए गए!
●उन्हें ग्राम पंचायत में लगा कर राशि निकाली गई।
●मनरेगा योजना में फर्जी मजदूरों के मस्टर भरकर राशि निकल ली गई।
●बने बनाये कुँए को कागज में नया दर्शाकर पैसो की भारी बंदरबाट की गई।
हर योजना को जमकर लूटा गया , कैसे भी कर के खाते से राशि उलीच कर जेब भरी गई। इसका अंदाजा सिर्फ इसी बात से लगाया जा सकता है कि ग्राम पंचायत में पूर्व में पदस्थ सचिव हुकुम सिंह राठौर ने ही रोजगार सहायक विशाल उपध्याय की अनियमित्ताओ की शिकायत की है।
हुकुम सिंह राठौर ने शिकायत कर बताया की रोजगार सहायक विशाल उपाध्याय द्वारा मेरे फर्जी हस्ताक्षर करके फर्जी मस्टर रोल जारी कर लिए गए और पूर्व में ही निर्मित कुँए को नया दर्शा कर बिना बताए मेरे फर्जी हस्ताक्षर कर पेमेंट करवा लिया गया।
उन्होंने लिखित में उच्चाधिकारियों के समक्ष शिकायत पेश की शिकायत में राठौर ने कार्य का नाम सहित मस्टर क्रमांक एवं राशि की सारणी भरकर उल्लेख किया है, जिसमे लगभग 63 मस्टर पर फर्जी हस्ताक्षर कर लगभग साढ़े तीन लाख का पेमेंट निकल लिया गया।
कोई भी मस्टर रोजगार सहायक द्वारा सचिव को नही बताया गया। भूपेंद्र सिंह आनंदीलाल का कपिलधारा कूप की स्वीकृति कर माह फरवरी 2019 से मस्टर चला रहे है, जिसकी स्तिथि भी नही बताई गई।
सचिव की शिकायत से पता लगाया जा सकता है की ग्राम पंचायत में किस तरह कार्यवाही चल रही है ओर राशि को कैसे बंदरबाट किया जा रहा है। जनता की राशि से अपनी जेब किस कदर भरी जा रही है ये इस ग्राम पंचायत में देखने मिला।