कांग्रेस का धरना प्रदर्शन हुआ टाँय-टाँय फिस्स
●कांग्रेस का धरना प्रदर्शन हुआ
फेल
●पुलिस की लट्ठ देख दबे पांव पीछे भागे कांग्रेसी
● पुलिस ने जंगी प्रदर्शन के हिसाब से कर रखी थी तैयारी
● दो फायर ब्रिगेड, वज्र वाहन और करीब 200 पुलिसकर्मी एसपी कार्यालय की सुरक्षा में थे तैनात
● पुरानी कृषि उपज मंडी गेट के बाहर ही धरने पर बैठे रहे कांग्रेसी, नहीं किया मंडी परिसर में प्रवेश
● धरना प्रदर्शन में कांग्रेस के कई नेता हुए शामिल
कांग्रेस विधायक विपिन वानखेड़े और बड़ौद थाना प्रभारी जतन सिंह मंडलोई के बीच तीखी बहस के बाद बड़ौद थाना प्रभारी ने विपिन वानखेड़े सहित 9 नामजद व 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था जिसको लेकर कांग्रेस ने आगर पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सागर को एक आवेदन देकर मांग की थी कि बड़ौद थाना प्रभारी ने आगर विधायक के साथ अभद्रता की है उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए और कांग्रेसियों ने एसपी को 3 दिन का अल्टीमेटम दिया था लेकिन जब 3 दिन के बाद भी थाना प्रभारी पर कोई कार्यवाही नहीं हुई तो आज कांग्रेसी बड़ी संख्या में जोश के साथ एसपी कार्यालय का घेराव करने पहुंचे थे लेकिन कांग्रेस के बड़े नेताओं ने उनके कार्यकर्ताओं को पुरानी कृषि उपज मंडी के बाहर ही बैठने का आदेश दिया और कांग्रेस के नेता बाहर ही भाषण-बाजी करते रहे और वहीं से वापस चले गए.
इसी के विपरीत पुलिस-प्रशासन को लग रहा था कि कांग्रेस ने जिस प्रकार की चेतावनी उन्हें दी है उसके अनुसार कांग्रेस एक बड़ा आंदोलन करेगी इसीलिए पुलिस ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय की सुरक्षा में दो फायर ब्रिगेड, वज्र वाहन और करीब 200 पुलिसकर्मियों को तैनात किया था लेकिन कांग्रेसियों ने मंडी प्रांगण में अंदर प्रवेश नहीं किया और वह बाहर से ही वापस चले गए. बता दें पुलिस जंगी आंदोलन की तैयारी के हिसाब से हेलमेट, बॉडीगार्ड और लट्ठ अपने साथ लेकर आई थी लेकिन कांग्रेसियों ने पुलिसकर्मियों को लट्ठ का उपयोग करने की नौबत ही नहीं आने दी और वह दबे पांव वापस चले गए.