आगर: SDM को ज्ञापन देने पहुँची आशा कार्यकर्ता की बिगड़ी तबियत, एसडीएम ने अपने वाहन से पहुँचाया अस्पताल
आगर-मालवा। जिले में आशा, उषा और आशा सहयोगिनी संघठन की हड़ताल पिछले 4 जून से जारी है. कार्यकर्ता अपनी मांग मनवाने के लिए हर रोज़ अलग-अलग तरह के प्रदर्शन कर रहे है. आज गुरुवार को जब संघठन की महिलाएं एसडीएम राजेन्द्र सिंह रघुवंशी को ज्ञापन देने पहुँची तो SDM साहब करीब 1 घण्टे तक ज्ञापन लेने के लिए अपने ऑफिस से नीचे नही आएं. संघठन की महिलाएं स्थानीय गांधी उपवन से रैली के रूप में एसडीएम कार्यालय पहुँची औऱ करीब 1 घण्टे तक बाहर धूप में खड़े होकर एसडीएम साहब का इंतजार करती रही तभी एक आशा कार्यकर्ता की तबियत बिगड़ गई और वह बेसुध अवस्था में चक्कर खाकर नीचे गिर गई..
अन्य साथियों ने इस बात की सूचना 108 एम्बुलेंस को दी लेकिन कोई एम्बुलेंस मौके पर नही पहुँची तो कुछ सदस्य एसडीएम को बुलाने उनके कक्ष तक चले गए और मदद की गुहार लगाने लगे..एसडीएम ने अपने ऑफिस से नीचे आकर सभी महिलाओं का सम्मान करते हुए ज्ञापन लिया और बेसुध अवस्था मे घायल पड़ी आशा कार्यकर्ता रेखा प्रजापति को अपने वाहन से उपचार हेतु जिला अस्पताल पहुँचाया..
इससे पहले भी संघठन की महिलाएं आगर विधायक विपिन वानखेड़े, सुसनेर विधायक राणा विक्रम सिंह को भी अपनी नियमतिकरण की मांग को लेकर ज्ञापन दे चुकी है..
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका ने पूरे कोरोना संकट के अपनी जान हथेली पर लेकर सर्वे किया और बिना लालच के अपनी सेवाएं दी, फिर भी उनकी सैलरी बहुत कम है, ना परमनेंट, ना PF, ना पेंशन मिलती है. ऐसे में सरकार उन्हें परमानेंट कर, उनकी सैलरी बढ़ाना चाहिए अगर सरकार ये नहीं करती है तो आंदोलन होगा .
अविनाश सिंह (सामाजिक कार्यकर्ता),
अन्याय अत्याचार भ्रष्टाचार उत्पीड़न निवारण कमेटी मध्यप्रदेश