प्रशासन की हठधर्मिता हारी, भक्तों की हुई जीत, अगले सोमवार को फिर ठाठ-बाट के साथ निकलेगी बाबा बैजनाथ की शाही सवारी
आगर-मालवा। प्रशासन द्वारा बाबा बैजनाथ की शाही सवारी आज सावन के अंतिम सोमवार को निकाली गई लेकिन प्रशासन ने सवारी के नाम पर भक्तों की आस्था के साथ खिलवाड़ किया. यहां सुबह जब लोग शहर में जागे नहीं उससे पहले तो बाबा बैजनाथ का नगर भ्रमण शुरू हो गया. बाबा बैजनाथ की शाही सवारी पैदल चलते हुए नहीं बल्कि दौड़ते हुए निकाली गई जो कि काफी निंदनीय कृत्य प्रशासन का माना जा रहा है. भक्तों ने एकत्रित होकर प्रशासन के खिलाफ हल्ला बोल शुरू कर दिया, भक्तों ने छावनी नाका चौराहा पर जाम लगाकर कलेक्टर अवधेश शर्मा मुर्दाबाद के नारे लगाए और भक्तों की आस्था के साथ खिलवाड़ करने का आरोप जिला कलेक्टर के ऊपर लगाया.
मध्यप्रदेश शासन के मंत्री हरदीप सिंह डंग जब आगर से गुजरे तो उन्होंने स्थानीय भाजपा नेता व भक्तों से समस्या के बारे में जाना सभी भक्तों ने बताया कि प्रशासन ने सुबह बाबा बैजनाथ की सवारी बिना सूचना के निकाली, भक्तों की आस्था का एकमात्र प्रमुख केंद्र बाबा बैजनाथ महादेव है और साल में एक बार बाबा नगर भ्रमण पर आते हैं और उसमें भी प्रशासन द्वारा काफी जल्दबाजी करते हुए बाबा का नगर भ्रमण करवाया ना तो भक्तों की आस्था का ध्यान रखा गया और ना ही परंपरा अनुसार शुभ मुहूर्त में बाबा बैजनाथ को मंदिर प्रांगण से बाहर निकाला गया.
सभी भक्तों की आस्था का सम्मान करते हुए मंत्री डंग द्वारा जिला कलेक्टर अवधेश शर्मा व एसपी राकेश कुमार सगर से चर्चा की गई जिसके बाद निर्णय लिया गया कि अगले सोमवार 23 अगस्त को पुनः बाबा बैजनाथ की ठाठ-बाट के साथ शाही सवारी पूरे नगर में निकाली जाएगी. इस निर्णय से बाबा बैजनाथ के भक्तों में काफी हर्ष का माहौल है.