शाजापुर जिला चिकित्सालय में “जीवन रक्षक” रेमडेसिविर इंजेक्शन की जमकर मची लूट, जान बचाकर भागी मेडिकल टीम

शाजपुर। जिले में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ता ही जा रहा है, जिसके कारण स्तिथि यह है कि जिला अस्पताल में बने कोविड केयर सेंटर में क्षमता से अधिक मरीज भर्ती हैं. जिनका उपचार चल रहा है. वहीं पर्याप्त मात्रा में अस्पताल में ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन नहीं होने के कारण उपचाररत मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

बुधवार रात जब जिला अस्पताल के कोविड वार्ड में रेमडेसिविर इंजेक्शन का वितरण किया जा रहा था, तब गंभीर मरीजों को इंजेक्शन नहीं मिलने पर उनके परिजनों ने जमकर हंगामा किया. हंगामे में मरीज और परिजनों ने रेमडेसिविर इंजेक्शन को लूट मेडिकल टीम के हाथों से लूट लिया. स्तिथि को बिगड़ता देख पुलिस को मौके पर मोर्चा संभालना पड़ा.

जिला अस्पताल के कोविड सेंटर में उपचार करा रहे कोरोना संक्रमण से ग्रसित मरीजों के परिजनों ने आरोप लगाया कि उनके मरीज की हालत ज्यादा खराब है. वे 60 से 70 प्रतिशत तक संक्रमित है. बावजूद उसके अस्पताल प्रबंधन अति गंभीर मरीजों को छोड़कर अन्य सामान्य मरीजों को “जीवन रक्षक” रेमडेसिविर इंजेक्शन दे रहा है. जिला प्रशासन ने पहले ही जिन मरीजों को ज्यादा इंफेक्शन है उनकी सूची तैयार कर उन्हें पहले इंजेक्शन देने के निर्देश अस्पताल प्रबंधन को दिए थे.

जिसके बाद जिला चिकित्सालय में देर शाम को डॉक्टर, वार्ड बॉय, नर्स और पुलिस गार्ड कोरोना वार्ड में रेमडेसिविर इंजेक्शन बांटने आए. तभी कुछ मरीजों के परिजनों को लगा कि उन्हें इंजेक्शन नहीं मिलेगा और लिस्ट में उनका नाम भी है. इसमें बंदरबांट हो जाएगी.

मौका देख संजीवनी लूट ले गए परिजन

इंजेक्शन के बंटवारे में मरीजों और उनके परिजनों ने पहले तो जिला चिकित्सालय परिसर में खूब हंगामा किया. हंगामा देखकर इंजेक्शन वितरित कर रहे हैं डॉक्टर, नर्स और वार्ड बॉय घबरा गए और उन्होंने चैनल गेट लगाकर खुद को अंदर बंद कर लिया. लेकिन लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने चैनल गेट को खिसका दिया. जिसे देखकर इंजेक्शन वितरित कर रही टीम इंजेक्शन के पैकेट वहीं छोड़ कर भाग गई. अंदर घुसे हंगामा करने वालों ने इंजेक्शन को लूटना शुरू कर दिया. किसी के हाथ में दो इंजेक्शन, किसी के हाथ में 4 इंजेक्शन तो कोई ऐसा भी था जिसके हाथ में कुछ भी नहीं लगा.

वहीं इस मामले को लेकर अस्पताल के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि इंजेक्शन के किसी भी प्रकार से लूट नहीं हुई है. पुलिस की मौजूदगी में ऑक्सीजन सिलेंडर और इंजेक्शन का वितरण किया गया है.

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