होम आइसोलेशन में रहने वाले कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए प्रशासन ने जारी की नई गाइडलाइन

भोपाल। प्रशासन ने कोरोना मरीजों के होम आइसोलेशन के लिए एडवाइजरी जारी की है. जिले में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमितों के आंकड़ों के चलते अस्पताल और कोविड सेंटर में जगह की समस्या हो रही है. जिसके चलते लक्षण रहित कोरोना पॉजिटिव मरीजों को घर पर ही रहकर इलाज कराने की सलाह दी जा रही है.

होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों के लिए चिकित्सक कई सलाह दे रहे है. उनका कहना है कि होम क्वारंटाइन मरीजों की देखभाल करने वाले व्यक्ति का यह प्रथम कर्तव्य होगा कि मरीज को सांस लेने में कठिनाई, निरंतर दर्द, छाती में दबाव, भारीपन, मानसिक भ्रम या सचेत होने में दिक्कत न आए. अगर ऐसा होता है, तो तत्काल मोबाइल मेडिकल यूनिट के डॉक्टर या 104 पर चिकित्सीय सहायता के लिए सम्पर्क कर सकते है.


कोरोना संक्रमित के लिए निरंतर निर्देश दिए जा रहे है कि संक्रमित व्यक्ति द्वारा सदैव ट्रिपल लेयर मेडिकल मास्क का उपयोग किया जाए. मास्क के भीगने, गंदा होने पर मास्क बदला जाए. संक्रमित व्यक्ति खास तौर पर घर के अन्य वृद्धजन, उच्च रक्तचाप, दिल और गुर्दे के रोग से ग्रस्त सदस्यों से दूर रहे. होम आइसोलेशन के दौरान संक्रमित मरीज को समुचित आराम करना चाहिए. पर्याप्त पेय पदार्थों और संतुलित आहार का सेवन किया जाए. खांसते-छींकते समय मुंह को टिशूरुमाल, तौलिया या फिर गमछे से ढका जाए. हाथों को साबुन से बार-बार धोया जाए. किसी भी परिस्थिति में व्यक्तिगत वस्तुओं को अन्य सदस्यों के उपयोग के लिए साझा न किया जाए. औषधियों के सेवन के लिए चिकित्सीय परामर्श का अनुपालन किया जाए. सम्पर्क में आने वाले टेबल, दरवाजों के हैण्डल, लाइट बटन, मोबाइल की विषाणुमुक्ति एक प्रतिशत सेनिटाइजर से नियमित रूप से साफ किया जाए.

मरीज की देखभाल करने वाले व्यक्ति के लिए निर्देश
कोविड-19 केस के मामले में देखभालकर्ता द्वारा सदैव संक्रमित व्यक्ति के कक्ष में उपस्थिति के दौरान ट्रिपल लेयर मेडिकल मास्क का उपयोग किया जाए. मास्क, मुंह और चेहरे को छूने से बचा जाए. मास्क के भीगने या गंदा हो जाने पर उसे तत्काल बदला जाए. संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में आने या उपयोग की हुई सतहों के सम्पर्क में आने पर साबुन से हाथ धोया जाए.

संक्रमित व्यक्ति से सम्पर्क के दौरान दस्ताने का उपयोग किया जाए. संक्रमित वस्तुओं जैसे बर्तन, तौलिया, चादर को सीधे छूने से बचा जाए. इस दौरान ग्लब्स और ट्रिपल लेयर मेडिकल मास्क का उपयोग किया जाए. ग्लब्स उतारने के बाद हाथ अच्छे से धोकर साफ टिशू या फिर तौलिए से पोंछा जाए. राजधानी में बढ़ रहा कोरोना का कहर, प्रशासन ने कम लक्षण वाले मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा.

कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति को भोजन उसके कक्ष में ही परोसा जाए. उपयोग किए गए बर्तनों को ग्लब्स पहनकर साबुन से अच्छे से साफ किया जाए. संक्रमित व्यक्ति को समस्त निर्देशित औषधियां सेवन कराने का दायित्व देखभालकर्ता का होता है. लिहाजा देखभालकर्ता के द्वारा अपना दैनिक तापमान, कोविड लक्षण जैसे बुखार, खांसी, सांस लेने में कठिनाई की निगरानी की जाना अनिवार्य है. दैनिक रूप से इसका अपडेट सार्थक एप पर किया जाए. कोई भी लक्षण उत्पन्न होने पर नियत सर्वेलेंस चिकित्सा अधिकारी को सूचित किया जाए.

होम आइसोलेशन अवधि की समाप्ति
होम आइसोलेशन में निगरानीबद्ध व्यक्ति को लक्षण उत्पति दिनांक, सैम्पल दिनांक से विगत 10 दिनों से लक्षण रहित होने या फिर तीन दिनों से बुखार रहित होने पर डिस्चार्ज किया जाए. आगामी सात दिवस तक उक्त व्यक्ति द्वारा घर पर ही रहकर स्व-निगरानी सुनिश्चित की जाए. कोविड मरीज की जांच रिपोर्ट में संक्रमण से मुक्ति पुष्ट होने पर सर्वेलेंस चिकित्सा अधिकारी द्वारा होम आइसोलेशन समाप्ति का लिखित प्रमाण-पत्र दिया जाए.

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