विवाह की खुशियां मातम में बदली, दुल्हन लेने आई बारात 6 अर्थी लेकर लौटी
कुएं में वाहन गिरने की एक माह में दूसरी घटना
छतरपुर। मंगलवार बुधवार की दरम्यानी रात करीब दो बजे महाराजपुर थाना क्षेत्र के ग्राम दिवानजू का पुरवा में उतरप्रदेश के स्वासा माफ् से बराती बन कर आये 6 लोग काल के गाल में समा गए।
यहाँ बरात का एक वाहन रिवर्स होते वक्त मुडेर विहीन कुँए में जा गिरा और 6 निर्दोष लोगों की पानी मे डूबने से तड़फ तड़फ कर मौत होगई, मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने तत्काल रेस्क्यू कर तीन लोगों को जीवित कुँए से बाहर निकाल लिया नही तो मौत का आंकड़ा 9 होता.
मुडेर बिहीन कुँए में वाहन गिरने की यह एक माह के अंदर दूसरी बड़ी घटना है,इससे पहले 8-9 नबम्बर की दरम्यानी रात खजुराहो एयरपोर्ट के पास भी एक कार कुँए में गिर गई थी और 3 लोगो की मौत हो गई थी,यानी एक माह में दो वाहन मुडेर बिहीन कुँए में गिरे ओर 9 लोग असमय काल के गाल में समा गए, क्या इन 9 लोगो के मौत की जिम्मेदारी किसी की नही है ?
लापरवाह लोग सरे आम खुले बोरबेल खुले कुँए छोड़ देते है,क्या इन मौतों के लिए ऐसे लोगो को जिम्मेदार नही ठहराया जा सकता ?
बताते चले कि तकरीबन दो माह पूर्व ही जब पड़ोसी जिले निवाड़ी में खुले बोरबेल में गिरने से मासूम प्रह्लाद की मौत का मामला सामने आया था तव छतरपुर कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने एहित्यातन तोर पर एक आदेश जारी कर सभी एसडीएम व तहसीलदार के साथ ही वन विभाग व लोकस्वास्थ्य यंत्रकीय विभाग के अधिकारियों को ताकीद किया था,ओर कहा था कि यदि किसी के क्षेत्र में खुले बोरबेल व कुँए पाए गए तो वह व्यक्तिगत जिम्मेदार होंगे लेकिन बाबजूद इसके अभी भी अधिकांश कुए और बोर मुडेर बिहीन पड़े है।
✍️ अवनीश चौबे छतरपुर