ग्राम पौड़ी में बोरवेल में गिरे युवक की मौत, 5 घंटे के रेस्क्यू के बाद भी नहीं बच सकी युवक की जान
दमोह से शंकर दुबे की रिपोर्ट
कुआंनुमा एक बोरवेल में सेक्शन साफ करने के लिए नीचे उतरे युवक की मिट्टी धसकने से मौत हो गई। करीब 5 घंटे तक चले रेस्क्यू के बाद भी युवक को बचाया नहीं जा सका। मामला तेजगढ़ थाना के ग्राम पौड़ी का है।
जानकारी के अनुसार ग्राम पौड़ी निवासी 30 वर्षीय विट्ठल उर्फ भूतल पुत्र सोनेसिंह यादव खेत में सिंचाई कर रहा था। इसी दौरान मोटर में पानी आना बंद हो गया। जब उसने पास ही बने बोरवेल में देखा तो सेक्शन मैं मिट्टी फंसी हुई थी। तब वह सेक्शन साफ करने के लिए लिए जब करीब 20 फुट नीचे बोरवेल में उतर गया। उसी दौरान ऊपर से मिट्टी धशक गई तथा वह उसी में दब गया।आसपास मौजूद लोगों ने इस बात की सूचना तत्काल ही ग्रामीणों एवं पुलिस को दी थी। उसी दौरान जब यह जानकारी युवा भाजपा नेता सिद्धार्थ भैया को मिली तो वह अपनी टीम के साथ पौड़ी रेस्क्यू करने पहुंच गए तथा युवक को बचाने के प्रयास शुरू किए। तो दूसरी ओर तेंदूखेड़ा एसडीओपी, तेजगढ़ थाना प्रभारी तथा इमलिया चौकी चौकी प्रभारी भी पहुंच गए ।
5 घंटे चला रेस्क्यू
बोरवेल में फंसे युवक को बचाने के लिए करीब 5 घंटे तक रेस्क्यू किया गया। आजू बाजू की मिट्टी हटाई गई तथा युवक को निकालने की काफी प्रयास किए गए। ग्रामीणों ने बताया कि मिट्टी गीली थी। युवक उसमें दब गया था तथा वह सांस नहीं ले पा रहा था। इस कारण से उसका बोरवेल के अंदर ही दम घुट गया और उसकी मौत हो गई। पुलिस ने जब युवक को बाहर निकाला तो वह मर चुका था। घटना के बाद से ही गांव में शोक का माहौल व्याप्त है।
–प्रशासन के पास नहीं है रेस्क्यू के साधन
जिला और पुलिस प्रशासन के पास रेस्क्यू करने के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं है। यह पहला अवसर नहीं है कि जब इस तरह पुलिस को साधन विहीन तरीके से रेस्क्यू करना पड़ा। वर्ष 2005 और 2008 में जब पूरे जिले में भीषण बाढ़ आई थी तब भी आधे अधूरे इंतजामों के साथ पुलिस को रेस्क्यू करके लोगों की जान बचाना पड़ी थी। यदि प्रशासन के पास पर्याप्त संसाधन तथा हाईटेक मशीन इत्यादि उपलब्ध होती तो संभव है कि युवक को समय रहते जिंदा बचा लिया जाता। पौड़ी में हुई युवक की मौत ने प्रशासनिक दावों की पोल खोल दी है।