तिवारी की थाली और प्रभुराम चौधरी की पत्तल पर गरमाई सियासत.
भोपाल.
कांग्रेस का साथ छोड़कर भाजपा दामन थामने वाले पूर्व मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी और भोपाल के भाजपा संभागीय संघठन मंत्री आशुतोष तिवारी की एक वायरल तस्वीर ने देश व प्रदेश में सियासी बवाल खड़ा कर दिया है।
तस्वीर कुछ इस तरह से है जिसमे प्रभुराम चौधरी व आशुतोष तिवारी एक टेबल पर बैठकर खाना खा रहे है मुद्दा यह नही है कि दोनों ने साथ मे खाना खाया मुद्दा तो यह है कि खाना जिस थाली में परोसा गया वह तिवारी की कुछ और थी और चौधरी की कुछ और. जी हां तिवारी को स्टील की थाली में भोजन परोसा गया वही चौधरी को डिस्पोजल पत्तल पर खाना परोसा गया। कांग्रेस में मौके का फायदा उठाते हुए भाजपा को घेर लिया है। कांग्रेस ने इसे दलित नेता की उपेक्षा बताते हुए भाजपा को कटघरे में खड़ा किया है।
यह तस्वीर रायसेन के पूर्व मंत्री रामपाल सिंह के आवास पर रखें गए भोज की बताई जा रही है।
कांग्रेस ने मेरे भोजन करने का जो फ़ोटो ट्वीट किया है, यह सरासर गलत है। यह कांग्रेस की ओछी मानसिकता को दर्शाता है। रामपाल सिंह ने भोपाल और होशंगाबाद संभाग के विधायकों को भोज पर आमंत्रित किया था। भोज में जैसी प्लेट में सबने खाना खाया, मेने भी उन्ही प्लेट में खाया है। सब खड़े-खड़े खा रहे थे, मुझे जल्दी जाना था इसलिए मैंने आशुतोष तिवारी के साथ बैठकर भोजन किया। तिवारी का व्रत था इसलिए उन्हें स्टील की थाली में भोजन परोसा गया, लेकिन बाकी सभी ने पत्तल में ही भोजन किया।
डॉ.प्रभुराम चौधरी (पूर्व मंत्री)
कांग्रेस के निशाने पर चौधरी.
प्रभुराम चौधरी लगातार कांग्रेस के निशाने पर रहे है। पहले उनकी भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा के साथ तसवीर वायरल हुई थी। इस पर कांग्रेस ने आरोप लगाया था की कांग्रेस सरकार में मंत्री बनकर शान दिखाने वाले चौधरी अब दुबककर बैठे है।
चौधरी का भाजपा में क्या सम्मान है यह सबके सामने आ गया: वर्मा
पूर्व मंत्री सज्जनसिंह वर्मा ने कहा की जिस तरह वायरल फ़ोटो में दिख रहा है, उससे साफ है की प्रभुराम चौधरी को भाजपा में किस तरह का सम्मान दिया जा रहा है। सज्जन ने कहा की कुछ दिन पहले तुलसीराम सिलावट ने बयान दिया था कि कांग्रेस में दलितों के साथ भेदभाव किया गया, में बताना चाहता हु की कांग्रेस ने मंत्री मण्डल में 21 फीसदी दलितों को स्थान दिया है। तुलसीराम सिलावट जो खुद दलित वर्ग से आते है उन्हें भी मंत्रिमंडल में जगह दी गई थी।