अंबेडकर के पोस्टर फाड़ने का विरोध किया तो दबंगो ने दलित युवक की कर दी हत्या
राजस्थान। हनुमानगढ़ जिले के रावतसर में दो दिन पहले एक दलित युवक के साथ दबंगो द्वारा मारपीट की गई थी. मारपीट में घायल दलित युवक को गंभीर हालत में अस्पताल में उपचार हेतु भर्ती करवाया गया था. जहां सोमवार को युवक ने दम तोड़ दिया. दलित युवक की मौत के बाद माकापा, भाजपा एससी-एसटी मोर्चा और भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने रावतसर चिकित्सालय में धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया और शव उठाने से इनकार कर दिया.
अस्पताल के बाहर धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाए है की मृतक विनोद मेघवाल ने आरोपियों पर तीन मुकदमें किए थे. लेकिन DSP रावतसर रणवीर मीणा ने कोई सुनवाई नहीं की और उसकी लाठी-डंडों से पीटकर हत्या कर दी गई.
आजाद समाज पार्टी के नेता अनिल धेनवाल ने मांग की है कि जल्द आरोपियों को पकड़कर फास्टट्रैक कोर्ट में सुनवाई कराई जाएं. परिवार को 50लाख रुपये की आर्थिक सहायता व एक सदस्य को सरकारी नोकरी दी जाएं. अगर ऐसा नही होता है तो न्याय के लिये सड़के जाम होगी.भीम आर्मी हर जिले मे DM आफिस की तालाबंदी करेगी.
प्रदर्शनकारियों को समझाने के लिए पूर्व सांसद भरतराम मेघवाल और रावतसर पालिकाध्यक्ष श्यामसुंदर मेघवाल भी चिकित्सालय पहुंचे. परन्तु प्रदर्शनकारी अपनी मांगों पर अड़े रहे. मृतक विनोद भीम आर्मी का सोशल मीडिया प्रभारी था.
किकरालिया गांव में दो दिन पहले खेत के रास्ते और काफी समय पहले डॉ. भीमराव आंबेडकर के पोस्टर फाड़ने के विवाद के चलते विनोद मेघवाल की लाठी-डंडों से कुछ लोगों ने पिटाई की थी. जिसके बाद सोमवार को श्रीगंगानगर में इलाज के दौरान विनोद मेघवाल की मौत हो गई. रावतसर पुलिस ने दो लोगों को राउंडअप भी किया है. वहीं विवाद के बाद रावतसर चिकित्सालय में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.