आगर के बैजनाथ मंदिर में होने वाले 108 कुंडीय महायज्ञ में बैठने की रसीद कटाने गए दलित शख्स को पुजारी ने भगाया, कहा- पंडितों का यज्ञ है पंडित ही बैठेंगे, तुम्हे बैठाकर हम धर्म का अधर्म नही बना सकते
विजय बागड़ी, आगर-मालवा। रविवार को ग्राम निपानिया बैजनाथ के दर्जनभर युवा एक बुजुर्ग के साथ आगर कोतवाली थाने पहुंचे और कोतवाली थाना प्रभारी के नाम एक आवेदन देकर बैजनाथ मंदिर के पुजारी पर प्रकरण दर्ज करने की मांग की। अब आखिर वह बुजुर्ग क्यों पुजारी पर प्रकरण दर्ज करवाना चाहता है यह भी जान लीजिए. हालांकि दिए गए आवेदन में किसी भी पुजारी का नाम नहीं लिखा गया है लेकिन इस आवेदन के पीछे कुछ और ही कहानी है।
दरअसल, ग्राम लसुल्डी के रहने वाले नारायण पिता कचरू मालवीय, उम्र 60 वर्ष बैजनाथ मंदिर परिसर में 2 जून को होने वाले 108 कुंडीय शिवशक्ति महायज्ञ में यजमान के तौर पर शामिल होना चाहते थे। उन्होंने इस बारे में यज्ञ स्थल पर मौजूद कुछ लोगों से पहले ही बात कर ली थी और वहां उनकी जानकारी नोट की गई थी जिसमें उनका मोबाइल नंबर भी लिखा गया था। कल शनिवार शाम को उनके पास एक कॉल आया और हवन के लिए रसीद बनवाने की बात कही गई जब वह रविवार को रसीद बनवाने के लिए बैजनाथ महादेव मंदिर गए तो वहां रसीद बना रहे हैं पुजारी ने उनसे उनका नाम पूछा जब उन्होंने उनका नाम बताया तो पुजारी उन पर भड़क गए और कहने लगे कि “यह पंडितों का हवन है तो पंडित ही बैठेंगे”.. हम तुम्हें बैठाकर धर्म का अधर्म नहीं कर सकते वहीं एक अन्य पुजारी कहने लगा कि अगर इनको यज्ञ में बिठाया गया तो मैं समिति से इस्तीफा दे दूंगा इसका वीडियो भी अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।